Monday, December 23, 2024
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यूपी में ‘बाबा के बुलडोजर’ का खौफ: रामपुर में एहसान मियाँ ने अपना अवैध घर गिराने के लिए प्रशासन से किया आग्रह, कहा- सरकारी जमीन का हुआ है अतिक्रमण

एहसान के इस कदम के बाद गाँव में सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले दूसरे परिवार भी नजर में आ गए हैं। एहसान मियाँ से गाँव के लोग उनके नाराज बताए जा रहे हैं। ऐसे में उन्होंने स्थानीय प्रशासन से सुरक्षा की माँग की है।

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM yogi Adityanath) की सख्त कार्रवाई से अपराधियों में हड़कंप मचा हुआ है। आए दिन किसी ना किसी अपराधी के घरों पर बुलडोजर चलते रहा है। ऐसे में रामपुर के एक व्यक्ति ने ‘बाबा के बुलडोर’ के डर से खुद ही आवेदन देकर अपने घर के अवैध हिस्से को गिराने का आग्रह अधिकारियों से किया है।

यूपी के रामपुर में रहने वाले एक शख्स ने सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट (SDM) अशोक चौधरी के समक्ष आवेदन देकर कहा है कि उसके घर एक हिस्सा अवैध है और उसे गिरा दिया जाए। एहसान मियाँ नाम के 40 वर्षीय शख्स ने अपने आवेदन में कहा कि उसके घर का कुछ हिस्सा एक सूखे हुए तालाब और कब्रिस्तान की जमीन पर बना है। ये दोनों सरकार की संपत्ति हैं।

एहसान मियाँ का कहना है कि जिस घर को लेकर उन्होंने आवेदन दिया है, उसमें उनका परिवार करीब दो पीढ़ियों से रह रहा है। एहसान का कहना है, हमारे प्लॉट मैप में मैंने पाया कि वक्फ और सरकार की संपत्ति पर हमारा घर अवैध रूप से बनाया गया है। इसलिए मैंने इसे ध्वस्त करने लिए आवेदन दिया है।”

वहीं, रामपुर के एसडीएम चौधरी का कहना है कि रामपुर जिले के शाहाबाद तहसील में आने वाले मित्रपुर एहरोला गाँव में कई घर सूखे तालाबों और कब्रिस्तानों की जमीन पर बने हैं। चौधरी का कहना है कि हाल में प्रशासन ने गाँव का सर्वे किया था, जिसमें पाया गया कि इस तरह के कुछ कब्जे किए गए हैं। ऐसे में कार्रवाई के लिए प्रशासन ने नोटिस भेजा है।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, शाहबाद के तहसीलदार दिनेश कुमार ने बताया कि मित्रपुर एहरोला गाँव लगभग 200 हेक्टेयर में फैला हुआ है और यहाँ यहाँ 50 से अधिक वर्षों से रह रहे हैं। दिनेश कुमार का कहना है कि एसडीएम ने मिली जानकारी के आधार पर वे सरकारी जमीन को खाली कराने के लिए कदम उठाएँगे और इस कार्रवाई से लगभग 50 परिवार प्रभावित हो सकते हैं।

तहसीलदार दिनेश कुमार यह भी कहा कि इन परिवारों में कुछ लोग बेहद गरीब हैं और उनके पास घर बनाने के लिए जमीन नहीं है। ऐसे में इन गरीब परिवारों को घर बनाने के लिए प्रशासन ने जमीन उपलब्ध कराने के फैसला किया है।

एहसान मियाँ के इस कदम के बाद गाँव में सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले दूसरे परिवार भी सरकार की नजर में आ गए हैं। गाँव के लोग उनसे नाराज बताए जा रहे हैं। ऐसे में उन्होंने स्थानीय प्रशासन से सुरक्षा की माँग की है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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