मध्य प्रदेश के मंडला जिले में एक गाँव से लगातार गौवंश की हत्या, तस्करी और गौमाँस के व्यापार की सूचना मिल रही थी, जिसके बाद प्रशासन ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की। शुक्रवार (14 जून 2024) को प्रशासन ने गौतस्करी से जुड़े गाँव में छापेमारी की, जिसमें 11 घरों से गौवंश के अवशेष बरामद हुए। इन घरों में फ्रिज में भी भरकर गौवंश के अवशेष रखे गए थे। वहीं, 150 जिंदा गौवंश को भी मुक्ति कराया गया, इसके बाद प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया और सभी 11 घरों को ढहा दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंडला जिले के नैनपुर थाना इलाके के भैंसवाही गाँव में मुखबिर की सूचना के आधार पर शुक्रवार की देर रात छापेमारी की गई थी, जिसमें 11 घरों में गौवंश के अवशेष बरामद हुए। इस मामले में पुलिस ने 11 एफआईआर दर्ज करते हुए एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया था, बाकी अंधेरे का फायदा उठाते हुए फरार हो गए थे, लेकिन शनिवार को प्रशासन ने राजस्व विभाग की टीम के साथ मिलकर आरोपितों के घरों को बुलडोजर से ढहा दिया।
पुलिस की कार्रवाई के दौरान घरों के आसपास खेतों और तबेले में लगभग 150 की संख्या में जीवित गौवंश मिले। जिन्हें पुलिस टीम द्वारा मुक्त कराया गया एवँ 85 पशुओं को प्रशासन के सहयोग से सुरक्षित गोशाला पहुँचाया गया है।
प्रशासन ने पाया कि ये सभी घर अवैध रूप से सरकारी जमीनों पर बने हुए थे, जिसके बाद सरकारी जमीन को मुक्त कराने के लिए शनिवार (15 जून 2024) को बुलडोजर अभियान चलाया गया। बता दें कि इस गाँव में लंबे समय से गो तस्करी व वध करने के आरोप लगते रहे है। पहले भी कार्रवाई हुई है। लेकिन इस बार गो तस्करों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई पुलिस ने की है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक मंडला के निर्देशन पर एसडीओपी नैनपुर नेहा पच्चसिया के नेतृत्व में थाना प्रभारी नैनपुर निरीक्षक बलदेव सिंह मुजालदा द्वारा थाना नैनपुर की पुलिस टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया और 11 आरोपितों के विरूद्ध थाना नैनपुर में पशु क्रुरता अधिनियम व गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया। पुलिस टीम द्वारा दबिश में गिरफ्तार एक आरोपित से पूछताछ जारी हैं। बाकियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया है।