Monday, November 18, 2024
Homeदेश-समाजबिहार की कोर्ट में तमिलनाडु CM स्टालिन के खिलाफ 18 मार्च को होनी है...

बिहार की कोर्ट में तमिलनाडु CM स्टालिन के खिलाफ 18 मार्च को होनी है सुनवाई, हिंसा को लेकर पप्पू यादव की पार्टी के नेता ने की थी शिकायत

इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास भी ज्ञापन भेजा गया है। इसमें उचित कानूनी कार्रवाई की माँग की गई है।

आरोप लग रहे हैं कि तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के खिलाफ हिंसा हुई है और वहाँ हिंदी भाषियों को निशाना बनाया गया है। हालाँकि, तमिलनाडु पुलिस ने इन आरोपों को नकार दिया है और पाया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कई तवीरें और वीडियोज फर्जी थे। इस मामले में कुछ गिरफ्तारियाँ भी की गई हैं। बिहार पुलिस ने भी यूट्यूबर मनीष कश्यप समेत कुछ लोगों पर केस दर्ज किया है। मामला अब भी पूरी तरह गर्म है।

इस बीच ये मामला अब बिहार की अदालत में भी पहुँच गया है। पप्पू यादव की ‘जन अधिकार पार्टी (JAP)’ के एक नेता ने इन घटनाओं को लेकर केस दर्ज कराया है। मुजफ्फरपुर के CGM कोर्ट में दायर परिवाद में कहा गया है कि तमिलनाडु में हिन्दू बोलने वालों पर हमले किए जा रहे हैं। ये केस तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और वहाँ की सत्ताधारी पार्टी DMK के प्रमुख एमके स्टालिन के विरुद्ध दर्ज कराया गया है। शनिवार (18 मार्च, 2023) को कोर्ट इस पर सुनवाई करेगा।

इस परिवाद को दायर करने वाले वेद प्रकाश मुजफ्फरपुर में JAP के जिलाध्यक्ष हैं। इस परिवाद में कहा गया है कि कई चैनलों पर ये देखा गया है कि तमिलनाडु में वहाँ की स्थानीय तमिल भाषा न बोलने के कारण लोगों के साथ बेरहमी से मारपीट की जा रही है। इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास भी ज्ञापन भेजा गया है। इसमें उचित कानूनी कार्रवाई की माँग की गई है। इस परिवाद को शनिवार (4 मार्च, 2023) को दायर किया गया है।

वेद प्रकाश ने इस परिवाद को अपने वकील के माध्यम से दायर कराया है। इसमें लिखा है कि भाषा के आधार पर न सिर्फ बिहारी मजदूरों को तमिलनाडु में भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि उनके साथ मारपीट कर के उन्हें भगाया भी जा रहा है। इसमें ये भी लिखा है कि बिहारियों की हत्या और उनका अपहरण किया जा रहा है। ये बड़ा आरोप भी लगाया गया है कि तमिलनाडु सरकार लाश छिपा रही है। हालाँकि, पुलिस ने ऐसे कई मामलों को फर्जी पाया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -