Monday, December 23, 2024
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‘जन्म से मुस्लिम नहीं हैं समीर वानखेड़े’: असली है जाति प्रमाण-पत्र, ड्रग्स केस में आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद नवाब मलिक ने खड़ा किया था विवाद

वानखेड़े ने कहा कि नवाब मलिक ने एक कैबिनेट मंत्री के रूप में जाति प्रमाण पत्र का मुद्दा इसलिए उठाया था, क्योंकि उनकी टीम ने मलिक के दामाद समीर खान को ड्रग मामले में गिरफ्तार किया था। समीर खान 2021 में जनवरी में गिरफ्तार हुए थे। उनकी रिहाई के बाद मलिक ने ये आरोप लगाए थे। 

बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान (Bollywood Actor Shah Rukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) से जुड़े ड्रग्स के मामले से चर्चा में आए नारकोटिक्स विभाग (NCB) के पूर्व जोनल अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को बड़ी राहत मिली है। जाति प्रमाण पत्र जाँच पैनल ने उन्हें बरी कर दिया है।

जाँच पैनल ने 91 पन्नों की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वानखेड़े जन्म से मुस्लिम नहीं हैं। यह भी साबित नहीं होता कि वानखेड़े और उनके पिता ने इस्लाम धर्म अपनाया है। जाँच में यह बात सामने आई कि वह महार-37 अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं। 

जाँच पैनल ने यह भी माना कि महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री और राकांपा (NCP) नेता नवाब मलिक और मनोज संसारे, अशोक कांबले और संजय कांबले जैसे अन्य शिकायतकर्ता अपनी शिकायत और दावों को साबित करने में नाकाम हुए। 

रिपब्लिक टीवी से बातचीत करते हुए समीर वानखेडे़ के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने समर्थन देने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया और अपने बेटे को फँसाने के प्रयास पर अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए थे और परिवार एक आघात गुजरा है।

वहीं, समीर वानखेड़े ने कहा, “मैं न्यायपालिका और व्यवस्था में पूरा विश्वास करता हूँ। मैं केवल यही कहूँगा ‘सत्यमेव जयते’। मैं जीवन भर यही कहता रहा हूँ और कहता रहूँगा। जब इस तरह के झूठे और तुच्छ आरोप लगाए जाते हैं राष्ट्रीय सेवा तो दर्द होता है। अगर परिवार इस तरह की यातना और आघात से गुजरता है तो कोई भी बेटा, भाई या पति इसका सामना नहीं करना चाहेगा।”

उनकी पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े ने कहा, “मुझे लगता है कि आज का दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। यह दशहरे की तरह है, यह रावण को मारने जैसा है, यह बुराई पर विजय प्राप्त कर रहा है। हमने मुकदमे का सामना करने के लिए और हम आज विजयी हुए हैं। मैं भारतीय न्यायिक प्रणाली और जाति जाँच समिति की आभारी हूँ।”

दरअसल, समीर वानखेड़े की जाति का मामला नवाब मलिक ने तब उठाया था, आर्यन खान ड्रग केस की जाँच में लगे हुए थे। उस समय नवाब मलिक ने वानखेड़े पर की आरोप लगाए थे। नवाब मलिक ने कहा था कि वानखेड़े मुस्लिम हैं और आरक्षण के जरिए नौकरी पाने के लिए फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाया है।

वानखेड़े ने कहा कि नवाब मलिक ने एक कैबिनेट मंत्री के रूप में जाति प्रमाण पत्र का मुद्दा इसलिए उठाया था, क्योंकि उनकी टीम ने मलिक के दामाद समीर खान को ड्रग मामले में गिरफ्तार किया था। समीर खान 2021 में जनवरी में गिरफ्तार हुए थे। उनकी रिहाई के बाद मलिक ने ये आरोप लगाए थे। 

 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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