Monday, November 18, 2024
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28 साल पहले घरवालों ने जिसे मरा बताया, वह कोरोना के डर से अमेरिका से भारत लौटा, CBI ने पकड़ा

सीबीआई से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 1985 में निर्मल सिंह ने ढाई लाख की ठगी की थी। मामला हाईप्रोफाइल होने के बाद इसकी जाँच सीबीआई को सौंपी गई थी। मामले में कार्रवाई करते हुए वर्ष 1990 में जब सीबीआई ने आरोपित के खिलाफ में मुकदमा दर्ज किया। वर्ष 1991 में निर्मल सिंह के परिजनों ने उसे मरा हुआ दिखा दिया।

पंजाब के पटियाला से CBI ने एक ऐसे व्यक्ति को पकड़ा है जो 28 वर्ष पहले खुद को मरा दिखाकर अमेरिका भाग गया था। कोरोना के कारण उसे भारत लौटना पड़ा।

इस व्यक्ति की पहचान पटियाला के पंजाबीबाग निवासी 65 वर्षीय निर्मल सिंह के रूप में हुई है। करीब दो महीने पहले अमेरिका से लौटे निर्मल सिंह की जानकारी जैसे ही सीबीआई को हुई तो वह शनिवार (30 मई, 2020) को उसके घर पहुँच गई।

सीबीआई टीम के घर पहुँचते ही मामले की पोल खुलने पर निर्मल सिंह बेहोश हो गया। सीबीआई ने निर्मल सिंह और उसकी पत्‍नी को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल आरोपित को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सीबीआई के सब इंस्पेक्टर विकास कुमार ने बताया कि एंबुलेंस से पति-पत्नी दोनों को चंडीगढ़ ले जाया गया है। वहाँ मेडिकल करवाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि निर्मल सिंह की पत्‍नी ने एक यूट्यूब चैनल खोल रखा था, जिसे कुछ महीने पहले ही उसने एक दूसरे व्यक्ति को सौंप दिया था।

इसके बाद दोनों में विवाद हो गया था, जिसकी शिकायत सिविल लाइन थाना में भी दर्ज करवाई गई थी। दोनों में झगड़ा इस कदर बढ़ गया कि निर्मल सिंह के इस फर्जीवाड़े की सूचना सीबीआई तक भी पहुँच गई और टीम ने शनिवार को उसे पकड़ लिया। फिलहाल सीबीआई ने मदद करने के आरोप में उसकी पत्नी पीएस बाठ पर भी केस दर्ज किया है।

सीबीआई से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 1985 में निर्मल सिंह ने ढाई लाख की ठगी की थी। मामला हाईप्रोफाइल होने के बाद इसकी जाँच सीबीआई को सौंपी गई थी। मामले में कार्रवाई करते हुए वर्ष 1990 में जब सीबीआई ने आरोपित के खिलाफ में मुकदमा दर्ज किया। वर्ष 1991 में निर्मल सिंह के परिजनों ने उसे मरा हुआ दिखा दिया।

इतना ही नहीं परिजनों ने एक व्यक्ति के शव को निर्मल का बताकर उसका अंतिम संस्कार भी करा दिया। परिजनों ने इसकी जानकारी सीबीआई को देने के साथ ही सबूत के तौर पर व्यक्ति के डेथ सर्टिफिकेट को भी जारी करवा लिया था। फिलहाल सीबीआई इस जाँच में जुट गई है कि मरने वाला व्यक्ति आखिर कौन था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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