केरल के एक मेडिकल कॉलेज में एक छात्र की प्रताड़ना के बाद आत्महत्या के मामले में CBI जाँच से नए खुलासे हुए हैं। CBI ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सिद्धार्थन को उसके साथी छात्रों ने कई दिनों तक प्रताड़ित किया, नंगा घुमाया, मारा पीटा और खाने-पीने भी नहीं दिया। इसके बाद उसने आत्महत्या कर ली।
CBI ने इस संबंध में एर्नाकुलम के एक कोर्ट में 25 अप्रैल को अपनी जाँच रिपोर्ट पेश की है। इसमें बताया गया है कि वायनाड के एक मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाला सिद्धार्थन 15 फरवरी, 2024 को अपने घर जाने के लिए मेडिकल कॉलेज से बाहर स्टेशन के लिए निकल चुका था। इसके बाद उसे हॉस्टल में रहने वाले कुछ छात्रों ने फोन करके वापस आने पर मजबूर किया।
रिपोर्ट में बताया गया कि यह छात्र सिद्धार्थन से बदला लेना चाह रहे थे। इन्होने सिद्धार्थन पर एक लड़की से बदतमीजी का आरोप लगाया था। जब सिद्धार्थन यहाँ वापस आ गया तो उसे हॉस्टल के पीछे एक सूनसान पहाड़ी पर ले जाया गया और मारापीटा गया। यहाँ उसके साथ बर्बरता हुई। यहाँ उसके साथ दानिश, आदित्यन वी, सऊद और अल्ताफ ने ज्यादती की।
इसके बाद काशिनाथन नाम के एक सीनियर ने सिद्धार्थन को हॉस्टल बुलाया। यहाँ उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया। इसके बाद कई छात्रों ने यहाँ उसे मारना पीटना चालू किया, उसे बेल्ट से मारा गया। उस पर मुक्के और लातें बरसाई गईं और यहाँ तक कि उसे तार से पीटा गया।
सिद्धार्थन को इसके बाद हॉस्टल के कॉरिडोर में ले जाया गया। उसे इस प्रताड़ना के दौरान नंगा भी किया गया और छात्रों के समूह के सामने बेईज्जत किया गया। उसे कुछ खाने-पीने को भी नहीं दिया गया। इसके बाद उसे हॉस्टल के ही एक कमरे में छोड़ दिया गया। यह प्रताड़ना का दौर 16 से 17 फरवरी तक चला।
इसके बाद 18 फरवरी को सिद्धार्थन का शव एक बाथरूम में लटका हुआ मिला। इस मामले में CBI ने कुल 19 छात्रों को आरोपी बनाया है। पहले इस मामले की जाँच राज्य पुलिस ही कर रही थी लेकिन फिर परिजनों की माँग पर इसे CBI को सौंप दिया गया था। सिद्धार्थन के पिता ने आरोप लगाया था कि उनके बेटे की हत्या की गई है और इस मामले में कम्युनिस्ट छात्र संगठन SFI के कुछ नेता भी शामिल हैं जिन पर राज्य सरकार कार्रवाई करने से बच रही थी।
CBI ने सिद्धार्थन की मौत का कारण पता करने के लिए उसके पोस्टमार्टम की रिपोर्ट दिल्ली के AIIMS भेजी हैं जहाँ डॉक्टरों का एक पैनल इस मामले पर अपनी राय देगा। CBI ने सिद्धार्थन मामले में आत्महत्या के लिए प्रेरित करने, किसी को बंधक बना कर रखने, षड्यंत्र रचने और धमकाने समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि 18 फरवरी को केरल के वायनाड में एक मेडिकल कॉलेज के छात्र जे एस सिद्धार्थन की लाश मिली थी। बताया गया था कि सिद्धार्थन ने आत्महत्या की है। जब इस मामले की जाँच हुई थी तो पता चला था कि सिद्धार्थन को लगातार तीन दिन तक प्रताड़ित किया गया था जिससे आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली थी।