ममता बनर्जी के साथ धरने पर बैठने वाले आईपीएस अधिकारियों पर केंद्र सरकार की गाज गिर सकती है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार पाँच वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जिनमें पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक भी शामिल हैं ममता बनर्जी के साथ धरने पर बैठने के कारण अपनी वर्दी पर सजे पदकों से हाथ धो सकते हैं।
ध्यान रहे कि भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अखिल भारतीय सेवा है और अखिल भारतीय सेवा नियमावली (AIS Rules) के अनुसार इस सेवा के अधिकारी केंद्र सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन नहीं कर सकते।
जिन अधिकारियों पर गाज गिर सकती है उनके नाम इस प्रकार हैं:
वीरेंद्र (1985 बैच), पुलिस महानिदेशक पश्चिम बंगाल
विनीत कुमार गोयल (1994 बैच), ADG, निदेशक, सुरक्षा
अनुज शर्मा (1991 बैच) एडीजी L&O
ज्ञानवंत सिंह (1993 बैच) CP, बिधाननगर
सुप्रतिम सरकार (1997 बैच) CP
MHA Sources: Centre has taken a dim view of serving officers of uniformed forces taking part in dharna. MHA has asked the WB government to take action against the officers who had participated in dharna in Kolkata on 4th February as per All India Services (Conduct) Rules. pic.twitter.com/t9oUaiwOH0
— ANI (@ANI) February 7, 2019
केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार से उन आईपीएस अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने को कहा है जो सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ वर्दी में 4 फरवरी को धरने पर बैठे थे। मेडल छीनने के अतिरिक्त सरकार इन अधिकारियों को भविष्य में केंद्र में सेवा देने से बैन भी कर सकती है। यदि केंद्र सरकार अनुशासन तोड़ने वाले अधिकारियों के विरुद्ध एक्शन लेती है तो यह ममता बनर्जी और उनका साथ देने वाले आईपीएस अधिकारियों के लिए एक बड़ा सबक होगा।
MHA sources: In addition, a number of measures are also being initiated against defaulting officers such as withdrawing medals. Centre may also remove names of delinquent officers from the empanelled list & bar them for a certain period from serving in the central government. https://t.co/ao65ga92T0
— ANI (@ANI) February 7, 2019