छत्तीसगढ़ के नन्हेसर गाँव में ऐतिहासिक शिव मन्दिर से शिवलिंग गायब होने का मामला सामने आया है। मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के सन्ना थाना क्षेत्र का है जहाँ शिवलिंग गायब होने की सूचना के बाद सोमवार (23 मई, 2022) की देर रात आसपास के गाँवों से बड़ी संख्या में भक्त मन्दिर पहुँच गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए सूचना मिलते ही सन्ना पुलिस भी रात को ही मौके पर पहुँच गई।
वहीं मंगलवार की सुबह जशपुर की एडीशनल एसपी और एसडीओपी समेत भारी संख्या में पुलिस बल नन्हेंसर पहुँच गया था। मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राजेश अग्रवाल ने चोरी हुए प्राचीन शिवलिंग को बरामद करने के लिए सन्ना थाना प्रभारी बीएल साहू और दुलदुला थाना प्रभारी संतलाल अयाम के नेतृत्व में दो टीम का गठन किया गया है।
क्या है मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जशपुर के सन्ना तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नन्हेंसर गाँव में सैकड़ों साल पुराना शिव मन्दिर है। नन्हेसर गाँव में स्थित प्राचीन शिव मंदिर के बैगा (पुजारी) की पत्नी का निधन एक सप्ताह पहले हो गया था। जिसकी वजह से अंतिम संस्कार और अन्य कार्यक्रमों में व्यस्तता की वजह से बैगा की जगह एक सरिता नाम की महिला मंदिर की देखभाल कर रही थी। लेकिन, रविवार की शाम को महिला जब मंदिर की सफाई करने आई तो शिवलिंग गायब मिला, जिसके बाद पूरे इलाके में खलबली मच गई।
अज्ञात आरोपितों ने गड्ढा खनकर पूरा शिवलिंग ही उखाड़ के ले गए हैं। वहीं कहा जा रहा है कि मंदिर से शिवलिंग के चोरी होने की घटना की जानकारी मंदिर की देखभाल करने वाली महिला सरिता ने ही ग्रामीणों को दी थी।
रिपोर्ट के अनुसार, कहा जा रहा है कि घटना की जानकारी मिलते ही एएसपी श्रीमती प्रतिभा पांडेय के नेतृत्व में जाँच के लिए पुलिस टीम नन्हेंसर गाँव पहुँच गई थी। एएसपी ने बताया कि एसपी राजेश अग्रवाल के निर्देश पर मामले में अज्ञात आरोपितों के खिलाफ धारा 380 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जाँच की जा रही है।
गौरतलब है कि कि नन्हेंसर के इस मंदिर के प्रति स्थानीय लोगों की बहुत आस्था है। माना जाता है कि लगभग 80 साल पहले एक स्थानीय व्यक्ति के स्वपन में इस स्थान पर शिवलिंग होने की बात आई थी। इस आधार पर खुदाई किए जाने पर शिवलिंग की प्रकट हुई थी। यहाँ हर साल महाशिवरात्रि के दिन मेला का आयोजन किया जाता है।