छत्तीसगढ़ के रायपुर में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के 7 ठिकानों का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने बताया कि नक्सलियों के ये ठिकाने छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर थे। इनका पता लगाने में तीन दिन तक ऑपरेशन चलाया गया। सारे ठिकाने मिलने के बाद यहाँ से भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद किए गए।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया 3 दिन के ऑपरेशन के दौरान अलग-अलग मुठभेड़ हुई। इसमें एक जिला रिजर्व गार्ड जवान की मौत भी हो गई। वहीं 1 घायल भी हुआ।
Chhattisgarh: Narayanpur DRG team raided naxal hideout near Tekmetta/Musparasi jungle of Abujhmad region. Huge quantities of naxal camping material recovered from hideout. One DRG jawan injured, evacuated to Narayanpur & is normal. Further search operations are being carried out
— ANI (@ANI) February 25, 2021
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि उनके पास छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और कांकेर जिलों और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के त्रि-जंक्शन के जंगल में माओवादियों के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सीनियर लोगों की मौजूदगी के बारे में जानकारी थी।
इसके बाद सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाया। जिसका नाम ऑपरेशन संगम दिया गया। इसमें नारायणपुर और कांकेर से अलग-अलग टीमों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से अलग लगभग 300 किमी दूर भेज दिया गया।
इस पूरे ऑपरेशन में राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स, इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस और बॉर्डर सेक्योरिटी फोर्ट के 700 से अधिक जवान शामिल थे।
इस ऑपरेशन की खास बात यह है कि सुरक्षाबलों ने 2012-13 के बाद पहली दफा माओवादियों के गढ़ माने जाने वाले इलाके में छापा मारा और कामयाबी भी हासिल की।
जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन के दौरान बारामटोला, कुदुलपड़, टेकमेटा, कुमलाचलमेटा, और कुकुर गाँवों के पहाड़ी जंगल में दोनों तरफ से कई पर मुठभेड़ हुईं। इसी दौरान 7 माओवादी ठिकानों का भी खुलासा हुआ। यहाँ से तीर-बम, टिफिन बम, पाइप बम, माओवादी की वर्दी, बैनर, पोस्टर, दस्तावेज और दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई।