छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी थाना क्षेत्र में भाजपा नेता शैलेंद्र जायसवाल की मौत पर से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। इस मामले में पुलिस ने गुरुवार (29 फरवरी 2024) को सोनिया लकड़ा नाम की एक लड़की को भी गिरफ्तार किया है। सोनिया ना सिर्फ शैलेंद्र को ब्लैकमेल करती थी, बल्कि धर्मांतरण का भी दबाव बना रही है।
दरअसल, 15 जुलाई 2023 को 44 साल के शैलेंद्र जायसवाल की बिजली के खंभे में फाँसी के फंदे में लटकी हुई लाश मिली थी। मृतक शैलेंद्र उस समय नगर पंचायत के एल्डरमैन और बिलासपुर सांसद प्रतिनिधि थे। शैलेंद्र राम्हेपुर के पास कियोस्क चलाते थे। इसके अलावा, वो राजनीति में भी सक्रिय थे।
शैलेंद्र जायसवाल 14 जुलाई को जब घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की। उन्हें मोबाइल पर संपर्क किया तो उनका मोबाइल बंद मिला। अगले दिन 15 जुलाई को शैलेंद्र की लाश उनके कियोस्क सेंटर से लगभग आधे किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक खेत के बीच में खंभे पर फाँसी पर लटकती मिली।
इसके बाद पुलिस ने इस मामले की जाँच शुरू की। पुलिस ने मृतक के कियोस्क सेंटर से 6 अलग-अलग सुसाइड नोट बरामद किया। मृतक शैलेंद्र द्वारा लिखे सुसाइट नोट में सोनिया लकड़ा नाम की एक लड़की का जिक्र किया गया था। उसमें कहा गया था कि वह ब्लैकमेल कर रही है और धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव बना रही है।
इस सुसाइड नोट में शैलेंद्र जायसवाल ने 32 साल की सोनिया लकड़ा को 20,000 रुपए देने की बात भी लिखी थी। सुसाइड नोट मिलने के बाद पुलिस ने इसकी सत्यता की जाँच के लिए हैंडराइटिंग एक्सपर्ट के बाद भेज दिया था। नोट की जाँच के 7 महीने बाद आई रिपोर्ट में इसे सही पाया गया है।
सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने सोनिया लकड़ा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया। युवती के खिलाफ 306 का अपराध पंजीबद्ध करने के बाद पुलिस ने उसे लोरमी के पुराने बस स्टैंड के पास स्थित घर से दबोच लिया। सोनिया वनग्राम जमुनाही की रहने वाली है और प्राइवेट नौकरी करती है।
लोरमी की एसडीपीओ माधुरी धीरही का कहना है कि सुसाडल नोट की जाँच के आधार पर आरोपित युवती सोनिया लकड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है। पैसों की उगाही और धर्मांतरण के मामले में धारा 306 के तहत कार्रवाई की गई है। गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।