Sunday, September 8, 2024
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जेल में बंद चायनीज ने चश्मे का शीशा तोड़ काटी अपनी नस, प्राइवेट पार्ट भी: अस्पताल में मौत, अवैध रूप से भारत में घुसने पर हुई थी गिरफ्तारी

छानबीन करने पर पुलिस को ली शौचालय में खून से लथपथ हालत में मिला। उसने अपना चश्मा तोड़कर अपने हाथ की नस काट ली थी और प्राइवेट पार्ट को भी जख्मी कर लिया था। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन ली की जान नहीं बच पाई।

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की जेल में बंद एक चीनी नागरिक ने आत्महत्या कर ली है। मृतक का नाम ली जियाकी है जिसकी उम्र 63 वर्ष है। ली जियाकी ने काँच से अपने हाथ की नस को काट दिया था। इसी दौरान उसने अपने प्राइवेट पार्ट पर भी घाव कर लिया था। गंभीर हालत में ली को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहाँ मंगलवार (11 जून 2024) को उसने दम तोड़ दिया। उस पर भारत की सीमा को अवैध तौर पर पार करने का आरोप था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 5 जून 2024 को मुज़फ्फरनगर के थानाक्षेत्र ब्रह्मपुरा की पुलिस को लक्ष्मी चौक पर एक संदिग्ध व्यक्ति की मौजूदगी की सूचना मिली थी। पुलिस ने दबिश दी तो वहाँ चीन का नागरिक ली जियाकी मिला। वह चीन के शेडोंग प्रांत के कैंगशांग काउंटी का मूल निवासी निकला। माँगे जाने पर वह भारत में घुसने का वैध कागजात नहीं दिखा पाया। ली को गिरफ्तार कर लिया गया। तब पुलिस के साथ केंद्रीय एजेंसियों ने भी ली से लम्बी पूछताछ की थी।

ली को मुजफ्फरपुर जिले के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारागार में दाखिल करवाया गया। उसके केस में आगे की वैधानिक कार्रवाई चल रही थी। ली की गिरफ्तारी के 2 दिन बाद 7 जून की शाम को जेल में कैदियों की गिनती की जा रही थी। इसी दौरान वह शौचालय में गया। यहाँ उसने अपना चश्मा तोड़ लिया और उसके शीशे को धारदार हथियार के तौर प्रयोग में लाया। ली ने अपने हाथ की नस काट डाली और सीने के अन्य हिस्सों में वार किए। उसने अपने प्राइवेट पार्ट पर भी कई घाव कर डाले। इस हरकत से ली का काफी खून शौचालय में ही बहने लगा। वह टॉयलेट में ही बेहोश हो गया।

अधिकारियों को घटना का पता चला तो उन्होंने ली को फ़ौरन स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया। हालत गंभीर होता देख कर ली को एसकेएमसीएच (श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल) में रेफर कर दिया गया। यहाँ ली का ऑपरेशन भी किया गया। हालाँकि डॉक्टरों के तमाम प्रयास काम नहीं आए। अंत में मंगलवार को ली ने अंतिम सांस ले ली। प्रशसनिक अधिकारी अब आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गए हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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