छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले के बाद अगवा किए गए कोबरा कमाण्डो राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने छोड़ दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस सूत्रों से पता चला है कि राकेश्वर सिंह मन्हास को जंगल के रास्ते वापस लाया गया और इस समय वह सीआरपीएफ कैंप पहुँच गए हैं।
CoBRA jawan Rakeshwar Singh Manhas kidnapped by Naxals during Bijapur attack on April 3, has been released by them: Police sources pic.twitter.com/7ikLXFd8Ym
— ANI (@ANI) April 8, 2021
इस बीच उनकी पत्नी मीनू ने सरकार का आभार व्यक्त किया है। मीनू ने कहा, “आज का दिन मेरे जीवन का सबसे खुशनुमा दिन है। मुझे आशा थी कि वह वापस आएँगे। मैं इसके लिए सरकार का आभार व्यक्त करती हूँ।” न्यूज तक की रिपोर्ट के अनुसार, राकेश्वर सिंह मन्हास अब सीआरपीएफ अधिकारियों के साथ हैं और उनका मेडिकल एग्जामिनेशन हो रहा है।
अगवा किये गए कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मिन्हास को नक्सलियों ने छोड़ा, अभी वो CRPF के अधिकारियों के साथ है और उनका मेडिकल एक्जामिनेशन हो रहा है। #BreakingNews #Naxals pic.twitter.com/zIgRWYbMwj
— News Tak (@newstakofficial) April 8, 2021
बता दें कि बीजापुर हमले के बाद दो स्थानीय पत्रकारों को एक गुमनाम कॉल आई थी। कॉल में कहा गया था कि सीआरपीएफ जवान उनके कब्जे में है, जिसे वह कोई नुकसान नहीं पहुँचाएँगे।
शुरू में इन दावों का बीजापुर के पुलिस अधीक्षक ने खंडन किया। लेकिन, बाद में नक्सलियों ने राकेश्वर की फोटो जारी करके साबित कर दिया कि कोबरा जवान उन्हीं की गिरफ्त में है। नक्सलियों ने फोटो जारी करने के साथ माँग की, कि सरकार बातचीत के लिए मध्यस्थ की नियुक्ति करे, जिसके बाद राकेश्वर को छोड़ दिया जाएगा। इस पर राकेश्वर के भाई ने कहा कि उन्हें इस फोटो पर भरोसा नहीं है। नक्सली राकेश्वर का वीडियो अथवा ऑडियो जारी करें।
बता दें कि 3 अप्रैल 2021 को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद नक्सलियों द्वारा प्रेस नोट जारी करके हमले की पुष्टि की गई थी। इस मुठभेड़ में 23 जवान बलिदान हुए थे। वहीं घटना के बाद से कोबरा जवान राकेश्वर सिंह लापता थे। जम्मू स्थित राकेश्वर का परिवार लगातार उनकी रिहाई के लिए पीएम मोदी से गुहार लगा रहा था।