केरल के कोचीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CUSAT) में आयोजित वार्षिक कार्यक्रम में शनिवार (25 नवंबर 2023) को भगदड़ से चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, इसमें 65 से अधिक लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। केरल की सरकार ने जाँच के आदेश दे दिए हैं।
दरअसल, कोचीन यूनिवर्सिटी में हर साल तीन दिवसीय फेस्ट ‘दिशना’ का आयोजन किया जा रहा था। फेस्ट के दूसरे दिन यानी शनिवार (25 नवंबर 2023) को प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर निकिता गाँधी का कन्सर्ट रखा गया था। इसको लेकर भारी संख्या में भीड़ जुटी थी। हालाँकि, बाहरी एंट्री प्रतिबंधित थी, इसके बावजूद हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएँ थीं।
इस कन्सर्ट का आयोजन खुले ऑडिटोरियम में किया गया था। इसके एक बिल्कुल बगल में कैंटीन और स्टूडेंट एमिनिटी सेंटर है। इसमें बुलाए गए लोगों की एंट्री के लिए शाम 5:30 बजे गेट खोल दिया गया। प्रवेश 7:30 बजे तक निर्धारित किया गया था। आमंत्रित किए गए लोगों का आना लगातार जारी था। इसमें बिना पास वाले लोग भी शामिल थे।
ओपन ऑडिटोरियम भरा हुआ था, लेकिन भीड़ को उचित तरीके से मैनेज नहीं किया जा रहा था। पूअर क्राउड मैनेज के बीच लगभग सात बजे अचानक बारिश शुरू हो गई। इसके बाद खुले में इकट्ठा हुए लोग इनडोर ऑडिटोरियम की ओर भागने लगे। इस दौरान ऑडिटोरियम की सीढ़ियों पर कुछ लोग लड़खड़ाकर गिर पड़े और फिर भगदड़ मच गई।
ये भी कहा जा रहा है कि वहाँ पर प्रवेश और निकास के लिए एक ही गेट का उपयोग किया जा रहा था। नगर निगम पार्षद प्रमोद ने कहा, “एक ही गेट से निकास और प्रवेश के कारण भगदड़ मच गई। इस दौरान जो लोग अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे, उन्होंने गिरे हुए लोगों को रौंद दिया।”
हालाँकि, अब तक ये साफ नहीं हो पाया कि वहाँ पर भीड़ को मैनेज करने के लिए केरल पुलिस मौजूद थी या नहीं। अगर पुलिस मौजूद थी तो कितने पुलिस वाले थे और वे उस दौरान भीड़ को मैनेज करने में सफल क्यों नहीं हो पाए। वहीं, यूनिवर्सिटी के वीसी पीजी शंकरन का कहना है कि इस इवेंट के बारे में पुलिस को सूचित कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि कोच्चि में इंडियन सुपर लीग के केरला ब्लास्टर गेम का भी आयोजन किया जा रहा था। इस कारण से अधिकांश पुलिसकर्मी जवाहरलाल स्टेडियम इंटरनेशनल स्टेडियम में और उसके आसपास व्यस्त थे। वहीं, पुलिस के एक सीनियर अधिकारी का दावा है कि जिस वक्त भगदड़ हुई, उस वक्त ऑडिटोरियम का एक हिस्सा ही भरा था।
मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि इस आयोजन में भीड़ को नियंत्रित करने का काम पुलिस नहीं, बल्कि खुद छात्र-छात्राओं द्वारा किया जा रहा था। ये छात्र-छात्राएँ इवेंट के ऑर्गनाइजर थे। इसमें पुलिस की कहीं भूमिका नहीं दिखी।
वीसी शंकरन का कहना है कि 2000 लोगों की क्षमता वाले इस ऑडिटोरियम में संस्थान के 2500 छात्र-छात्राएँ मौजूद थे। इसके अलावा स्थानीय लोग और नजदीकी कॉलेजों के स्टूडेंट्स भी घटना के वक्त मौजूद थे। वहीं, इनडोर ऑडिटोरियम में घटना के वक्त लगभग 800 लोग मौजूद थे। इसलिए पुलिस का यह दावा कि ऑडिटोरियम का एक हिस्सा भी भरा था, प्रभावी नजर नहीं आ रहा।
इस घटना में जिन चार लोगों की मौत हुई है, उनकी पहचान कर ली गई है। इनके नाम- अतुल थांबी, अन रुफ्ता, सारा थॉमस है। ये सभी CUSAT में सेकेंड ईयर के स्टूडेंट थे। वहीं, चौथे व्यक्ति की पहचान पलक्कड़ के अल्विन जोसेफ के रूप में हुई है। अल्विन इस विश्वविद्यालय में नहीं पढ़ता था।
केरल सरकार ने घटना की जाँच के आदेश दे दिए हैं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव और कोचीन विश्वविद्यालय के कुलपति एवं रजिस्ट्रार सहित तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है। यह टीम भगदड़ की घटना की जाँच करके रिपोर्ट सौंपेगी।
इस घटना पर निकिता गाँधी ने भी दुख व्यक्त किया। एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने कहा, “यह घटना परफॉर्मेंस के लिए कार्यक्रम स्थल के लिए मेरे रवाना होने से पहले ही घट गई। इस गहन दुःख को व्यक्त करने के लिए संभवतः कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं हैं। मेरी प्रार्थनाएँ छात्रों के परिवारों के साथ हैं।”