छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में तैनात कमांडो सुनैना पटेल की कहानी इस साल इंटरनेशनल वूमेंस डे पर इंटरनेट पर छाई हुई थी। इसकी वजह थी गर्भवती होते हुए भी मोर्चे पर उनका डटे रहना। यह स्टोरी न्यूज एजेंसी एएनआई के रिपोर्टर लोकेश ने की थी।
छत्तीसगढ़ की ‘सुपर वुमन’ सुनैना पटेल ने नक्सलियों से लड़ने के लिए दंतेश्वरी फाइटर की टीम लीडर के तौर पर तब ज्वाइन किया था, जब वह दो महीने की गर्भवती थीं।
इसके बाद से वह मोर्चे पर लगातार डटी रहीं। अधिकारियों के कहने पर भी गर्भ के दौरान छुट्टी नहीं ली। एके-47 व अन्य हथियारों तथा 10 किलो का बैग पीठ पर लादकर पेट्रोलिंग करती रहीं।
Sunaina Patel, 8-month-old pregnant woman deployed as Danteshwari fighter in District Reserve Guard to combat Naxals in Chhattisgarh's Dantewada: I was 2-months pregnant when I joined. I never refused to perform my duties. Today also if I'm asked I'll do it with utmost sincerity. pic.twitter.com/6tUOruZsbz
— ANI (@ANI) March 8, 2020
अब एएनआई के रिपोर्टर तन्मय ने ट्वीट कर बताया है कि सुनैना ने एक बच्ची को जन्म दिया है। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। इसके साथ ही उसने बेटी के साथ सुनैना की कुछ तस्वीरें भी शेयर की है।
कमांडो सुनैना की बिटिया भी हो गई है,,,, प्रेग्नेंसी के दौरान भी कमांडो सुनैना ने नक्सलियों को खदेड़ने के लिए दंतेवाड़ा के जंगलों में गश्त की है…..बच्ची और मां दोनों स्वास्थ है….यह स्टोरी ANI दंतेवाड़ा के हमारे रिपोर्टर लोकेश ने की थी….सलाम है कमांडो सुनैना के जज्बे को..🙏 https://t.co/5cZ9vUP6Fl pic.twitter.com/2lRmXdWGdo
— Tanmay @ANI (@SakalleyTanmay) June 6, 2020
दंतेवाड़ा के एसपी के मुताबिक ड्यूटी के दौरान एक बार सुनैना का गर्भ गिर चुका था। बावजूद इसके उन्होंने अपने कत्वर्य से पैर पीछे नहीं खींचे। हर किसी को उसकी और उसके बच्चे की चिंता थी। उन्होंने बताया कि सुनैना का हौसाल अन्य महिलाओं को भी नक्सल विरोधी फोर्स ज्वाइन करने की प्रेरणा देगा।
सुनैना के बेटी को जन्म देने की खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया में कई लोगों ने मॉं-बेटी के स्वास्थ्य की कामना करते हुए बधाई दी है। कहा है कि उनकी कहानी युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगी और महिलाओं को राष्ट्र विरोधी ताकतों के खिलाफ मोर्चा लेने के लिए फोर्सेस ज्वाइन करने को प्रेरित करेगी।