यूपी के मेरठ में भरी पंचायत में एक दुष्कर्म पीड़िता की इज्जत की बोली लगाने का शर्मनाक मामला सामने आया है। दौराला क्षेत्र के एक गाँव में एक समुदाय विशेष के दो युवकों, फुरकान व परवेज ने युवती के साथ दुष्कर्म कर उसकी वीडियो बनाई और इसके बाद युवती की अश्लील वीडियो उसके पति को भेजकर उसकी शादी तुड़वा दी। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में पंचायत हुई तो आरोपित पक्ष ने युवती की इज्जत की बोली लगा दी। इस पर युवती के परिजनों ने आरोपित युवकों को पीट दिया, जिससे दोनों पक्षों में तनाव हो गया। सूचना पर पहुँचे SP सिटी, दौराला CO ने मामला शांत कराकर गाँव में PAC तैनात कर दी है।
थाना क्षेत्र के एक गाँव निवासी समुदाय विशेष के दो युवकों ने एक साल पहले गाँव की युवती से दुष्कर्म किया, उसकी अश्लील वीडियो भी बना ली। आरोप है कि दोनों युवक युवती को अश्लील वीडियो व फोटो को वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते थे। कुछ दिनों पहले युवती की शादी हो गई। समुदाय विशेष के आरोपित युवकों ने अश्लील वीडियो उसके पति को भेज दिया। इससे युवती की शादी टूट गई और उसका पति उसे मायके छोड़ गया।
रविवार (मार्च 24, 2019) शाम युवती के परिजनों और आरोपित युवकों के परिजनों के साथ ग्राम प्रधान के आवास पर पंचायत हुई। पंचायत में कोई निर्णय नही हो पाया। सोमवार (मार्च 25, 2019) को फिर से पंचायत हुई। इस दौरान आरोपित युवकों के परिजनों ने युवती के परिजनों को ₹2.5 लाख देने की पेशकश की। इस पर युवती के परिजन भड़क गए और उन्होंने आरोपित युवकों के साथ मारपीट कर दी। गाँव में सांप्रदायिक झगड़े की सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गया।
इसके बाद एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह, सीओ दौराला जितेन्द्र सरगम, दौराला एसओ रितेश कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुँचे और किसी तरह लोगों को शांत कराया। पीड़ित युवती ने गाँव निवासी फुरकान व परवेज पर जबरन दुष्कर्म करने, अश्लील वीडियो व फोटो के बल पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए दौराला थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपित युवकों को हिरासत में लिया है।
बता दें कि गाँव में दोनों पक्षों में समझौता कराने के लिए दो दिनों से पंचायत चल रही थी लेकिन सोमवार को पंचायत में फुरकान व परवेज द्वारा युवती की इज्जत की बोली लगाई गई तो मामला बिगड़ गया जिससे दोनों समुदाय के लोग-आमने सामने आ गए।
घटना के बाद गाँव में माहौल गर्म है। ग्रामीणों ने दोनों आरोपितों का सामाजिक बहिष्कार कर गाँव से निकालने की माँग की है। घटना से सभी ग्रामीण समुदाय विशेष के आरोपित फुरकान और परवेज के खिलाफ हैं। हालाँकि, किसी सांप्रदायिक हिंसा की आशंका को टालने के लिए अभी भी गाँव में पुलिस बल तैनात है।