उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक बुजुर्ग के साथ हुई मारपीट की घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश के मामले में फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर, ट्विटर इंडिया के प्रमुख मनीष माहेश्वरी और द वायर की ऐंकर आरफा खानम शेरवानी एवं आसिफ खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।
ये शिकायत दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में एडवोकेट अमित आचार्य ने कराई है। आरोप है कि गाजियाबाद में हुई बुजुर्ग के साथ पिटाई के मामले में इन सभी ने भड़काऊ ट्वीट कर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की थी। हालाँकि, मामले में अभी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
नई दिल्ली के डीसीपी दीपक यादव ने कहा, “हमें स्वरा भास्कर, ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी और अन्य के खिलाफ तिलक मार्ग थाने में शिकायत मिली है। इसकी जाँच की जा रही है।”
दरअसल, ट्विटर और इन लोगों ने उस विवादित वीडियो को प्रसारित किया था, जिसमें एक मुस्लिम बुजुर्ग कहता है कि उसे पीटा गया और “जय श्रीराम” का नारा लगाने के लिए कहा गया।
गौरतलब है कि पिछले दिनों गाजियाबाद जिले के लोनी इलाके में एक बुजुर्ग की पिटाई करने और उसकी दाढ़ी काटने का मामला समाने आया था। एक ऑटो चालक व अन्य युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया था। हालाँकि, पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
इसी मामले में गाजियाबाद के एसएसपी अमित पाठक के आदेश पर लोनी बॉर्डर थाने में ट्विटर की दो कंपनियों, मीडिया संस्थान द वॉयर, मोहम्मद जुबैर, राना अय्यूब, मसकूर उस्मानी, कॉन्ग्रेस नेता समा मोहम्मद, सलमान निजामी और शबा नकवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
एफआईआर में कहा गया है, “इन लोगों ने मामले की सच्चाई को सत्यापित नहीं किया और सार्वजनिक शांति को बाधित करने और धार्मिक समूहों के बीच विभाजन पैदा करने के इरादे से इसे ऑनलाइन साझा किया।” पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जाँच में यह बात सामने आई है कि देश में सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने के लिए सुनियोजित तरीके से वीडियो को वायरल किया गया।
इसी मामले में गाजियाबाद के विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी और एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और अभिनेत्री स्वरा भास्कर आदि के खिलाफ जिले में पुलिस को तहरीर दी है। आरोप है कि इनके द्वारा बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटने का वीडियो शेयर कर सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की गई।
गुर्जर का कहना है कि इसे हिंदू-मुस्लिम से जोड़कर माहौल खराब करने का प्रयास किया गया, जबकि बुजुर्ग की पिटाई के मामले में मुस्लिम भी शामिल हैं। उन्होंने सभी के खिलाफ रासुका के तहत केस दर्ज करने की माँग की है।