चीन से के बुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना का कहर विश्व के करीब 120 देशों में अब तक फैल चुका है। अगर बात करें भारत की तो यहाँ कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए सभी एयरपोर्ट, स्कूल, मॉल, रेस्टोरेंट यहाँ तक कि मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए हैं। सरकार ने सभी बड़े आयोजनों पर रोक लगा दी गई है, लेकिन इस बीच जारी है तो सिर्फ दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ तीन महीने से चल रहा धरना।
कोरोना के लगातार बढ़ते कहर को देखते हुए मंगलवार को दिल्ली पुलिस शाहीन बाग धरने पर पहुँच गई। इस दौरान धरने पर बैठी प्रदर्शनकारी महिलाओं से दिल्ली पुलिस और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने बात की साथ ही कोरोना के बढ़ते कहर से उनको अवगत कराया साथ ही उनसे धरने को समाप्त करने का भी अनुरोध किया। हालाँकि, प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दिल्ली पुलिस के इस अनुरोध को न तो गंभीरता से लिया और न ही इसका कोई जवाब देना उचित समझा।
Delhi: Resident Welfare Association members and Police talk to the protesters at Shaheen Bagh, requesting them to call off their protest in the light of #CoronavirusOutbreak. The protesters have not agreed to the request yet. pic.twitter.com/VLSLtTGojz
— ANI (@ANI) March 17, 2020
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल घोषणा कर चुके हैं कि दिल्ली में एक स्थान पर अब 50 से अधिक लोग नहीं जुट सकते। इसके बाद शाहीन बाग में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि धरने पर भीड़ को एकत्र नहीं होने दिया जाएगा। शिफ्ट के हिसाब से ही महिलाओं को बुलाया जाएगा। साथ ही प्रवेश द्वार पर एक मशीन लगाई जाएगी और सेनेटाइजर का भी प्रबंध किया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले दिनों शाहीन बाद धरने पर पहुँची इंडिया टीवी की महिला पत्रकार ने दम तोड़ते शाहीन बाग प्रदर्शन की लाइव तस्वीरों को लोगों के सामने रखा था। इस दौरान जब गिनती की गई तो धरने पर प्रदर्शनकारियों की संख्या 19 थी। इसके बाद हूटर बजाकर न सिर्फ लोगों को एकत्र किया गया बल्कि महिला पत्रकारों से धक्का-मुक्की और उनके कैमरे को तोड़ने तक की कोशिश की गई।
खैर, आपको बता दें कि अभी तक भारत में कोरोना वायरस के चलते तीन मौत हो चुकी हैं, इनमें पहली कर्नाटक, दूसरी दिल्ली और तीसरी मौत महाराष्ट्र में हुई है। वहीं देश में कोरोना वायरस के अब तक 126 मामले सामने आ चुके हैं।