Monday, November 18, 2024
Homeदेश-समाजकाम न आई अम्मी, बीवी, बेटा और बेटी की दुहाई: वाराणसी सीरियल ब्लास्ट में...

काम न आई अम्मी, बीवी, बेटा और बेटी की दुहाई: वाराणसी सीरियल ब्लास्ट में आतंकी वलीउल्लाह को सज़ा-ए-मौत, मंदिर में बिछ गई थी लाशें

रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत में सुनवाई के दौरान आतंकी वलीउल्लाह ने अपनी पारिवारिक परिस्थितियों का रोना रोया। उसने कहा कि घर में उसकी 80 साल की बूढ़ी अम्मी है, उसकी बीवी, बेटा और बेटी की आर्थिक हालत सही नहीं है।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी में साल 2006 में हुए सीरियल ब्लास्ट (Varanasi Serial Blast) के मामले में 16 साल के बाद फैसला आ गया है। गाजियाबद की कोर्ट ने इस बम ब्लास्ट के दोषी आतंकी वलीउल्लाह खान (Waliullah Khan) को फाँसी की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने उस पर 60,000 रुपए का जुर्माना भी ठोंका है। वलीउल्लाह बीते 16 सालों से डासना जेल में बंद है।

रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत में सुनवाई के दौरान आतंकी वलीउल्लाह ने अपनी पारिवारिक परिस्थितियों का रोना रोया। उसने कहा कि घर में उसकी 80 साल की बूढ़ी अम्मी है, उसकी बीवी, बेटा और बेटी की आर्थिक हालत सही नहीं है। इसलिए उसके अच्छे आचरण को देखते हुए कोर्ट उसकी सजा को कम कर दे।

क्या है मामला

गौरतलब है कि साल 2006 में वाराणसी में संकटमोचक मंदिर में धमाका हुआ था, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए थे। इसके अलावा वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर कुकर बम भी मिला था। 7 मार्च 2006 की शाम को हुए बम धमाके के बाद चारों तरफ मातम, घायलों की चीख और मांस के लोथड़े बिखरे पड़े थे। मामले की छानबीन के दौरान कॉल डिटेल्स को खंगालने पर वलीउल्लाह का सुराग मिला। पुलिस को यह भी पता चला कि वारदात से पहले वो कभी भी वाराणसी नहीं गया था। इस घटना को पाँच आतंकियों ने मिलकर अंजाम दिया था।

बाद में पुलिस ने उसे लखनऊ से गिरफ्तार किया था। पुलिस को आतंकी के पास से 32 बोर का पिस्टल, बाइक और आरडीएक्स डेटोनेटर मिला था।

कौन है वली उल्लाह

धर्म नगरी वाराणसी को दहलाने वाला आतंकी वलीउल्लाह मूलरूप से प्रयागराज के फूलपुर का रहने वाला है। विस्फोटों की जाँच कर रही एसटीएफ ने दावा किया था कि वलीउल्लाह बांग्लादेश में एक आतंकवादी संगठन हरकत-उल-जेहाद अल इस्लामी से जुड़ा था और विस्फोटों के पीछे मास्टरमाइंड था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -