कॉन्ग्रेस शासित राजस्थान के भरतपुर जिले में दो अलग-अलग घटनाओं में गौ तस्करों ने गुरुवार और शुक्रवार को पुलिस टीमों पर गोलियाँ चलाईं और पथराव किया। इन घटनाओं में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
भरतपुर के एसपी देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने ऑपइंडिया को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों घटनाएँ दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों के अंतर्गत हुई है। ये थाना क्षेत्र हैं- सेवार और भरतपुर टाउन पुलिस स्टेशन। एसपी बिश्नोई ने बताया, “मवेशियों के अवैध परिवहन के साथ-साथ सीकरी से नगर क्षेत्र में अंतर-राज्यीय अपराधियों की आवाजाही की सूचना मिली थी। आगे की जाँच चल रही है।”
दोनों घटनाओं में पुलिस ने चार गौ तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उनके कब्जे से एक पिकअप वैन और बाइक (एक-एक), तीन देशी पिस्तौल, 13 जिंदा कारतूस और 10 लीटर शराब बरामद किया गया। इसके साथ ही पुलिस ने इनके कब्जे से चार गायों को मुक्त भी कराया है।
सीवर थाना मामले में शुक्रवार की रात गश्त के दौरान गाँधी नगर कॉलोनी में एक पुलिस दल पर गौ तस्करों द्वारा की गई फायरिंग और पथराव में दो आरक्षक संजय कुमार और राहुल कटारा घायल हो गए। संजय कुमार को एक गोली लगी, जबकि राहुल कटारा को पथराव में चोट लगी। दोनों खतरे से बाहर है।
इस मामले में पुलिस ने हरियाणा के उथवाड़ के रहने वाले इरशाद (36) नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अंधेरे का फायदा उठाकर चार अन्य गौ तस्कर भागने में सफल रहे। वहीं, तस्करी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पिकअप वैन से चार गायों को छुड़ा लिया गया।
सेवर थाने के प्रभारी अधिकारी अरुण चौधरी ने मीडिया को बताया कि गश्त के दौरान पुलिस की एक टीम ने गाय लदी एक पिकअप वैन को देखा। टीम ने गौ तस्करों को रोकने के लिए कहा तो उन्होंने फायरिंग कर दी। उसके बाद आत्मरक्षा में पुलिस को भी फायरिंग करनी पड़ी।
गुरुवार की शाम हुई दूसरी घटना में तीन गौ तस्करों ने पुलिस टीम पर 25 राउंड फायरिंग की। इसके जवाब में पुलिस ने भी सात राउंड गोलियाँ चलाईं। करीब एक घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान आम लोगों को मुठभेड़ स्थल से दूर रखना एक बड़ी चुनौती थी।
दरअसल, भरतपुर पुलिस को गौ तस्करी में शामिल कुछ अपराधियों की आवाजाही की सूचना मिली थी। डीग मेन रोड स्थित अनार देवी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के सामने पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी। इस दौरान अपराधियों की गाड़ी को आता देख पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन वे बैरिकेडिंग तोड़ दी और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। एक घंटे तक चले मुठभेड़ के बाद पुलिस ने अपराधियों का पीछा कर पकड़ लिया। उनमें से एक ने बचने के लिए तालाब में छलांग लगा दी, लेकिन पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया।
इनके पास से देशी पिस्टल, शराब, जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद हुई है। गिरफ्तार तीनों शख्स- तौफीक, सहून और रिशाल खूंखार अपराधी हैं। इन पर राजस्थान के भरतपुर और अलवर के 15 थानों और हरियाणा के 3 थानों में दर्ज गौ तस्करी के एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं और ये इन मामलों में वांछित हैं।
भरतपुर मेवात क्षेत्र का हिस्सा है, जो राजस्थान और हरियाणा को मिलाकर बना है। मेवात क्षेत्र एक संवेदनशील क्षेत्र है, जो संगठित अपराध, मवेशी तस्करी, अवैध रोहिंग्या और पुलिस के खिलाफ हिंसा को लेकर कुख्यात है।
फरवरी 2020 में गौ तस्करों ने एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर को गोली मार दी थी। घायल सब-इंस्पेक्टर गुप्त सूचना के आधार पर गौ तस्करों के खिलाफ कर्रवाई करने के लिए पहुँचे थे। इस साल अगस्त में गौ तस्करों ने फिर पुलिस पर फायरिंग की थी।