दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में शनिवार (27 जुलाई 2024) को बारिश के बाद बेसमेंट में पानी भरने से हुए हादसे में तीन अभ्यर्थियों की मौत के बाद रविवार को दिल्ली में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने अपने साथियों की मौत पर दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच, छात्रों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है। इसमें कई छात्र घायल हो गए और स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। इस बीच, छात्रों ने दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय के पोस्टर पर कालिख भी पोत दी।
दिल्ली में तीन छात्रों की मौत को लेकर युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा है और भारी संख्या में छात्र करोल बाग मेट्रो स्टेशन पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने वी वॉन्ट जस्टिस के नारे लगाए।
VIDEO | Delhi: Students gathered in large numbers at Karol Bagh metro station to protest against the death of three students at a coaching institute in Old Rajinder Nagar after flooding in basement of the building. They shouted, 'We want justice'. pic.twitter.com/QgpZNCLCMt
— Press Trust of India (@PTI_News) July 28, 2024
उधर, दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय के घर के बाहर भी प्रदर्शन किया गया। कोचिंग माफिया और शैली ओबेरॉय के खिलाफ ABVP के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज भी किया।
वहीं AAP सांसद स्वाति मालीवाल भी प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच पहुँची। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बच्चे बहुत दु:खी हैं और बहुत गुस्से में हैं। 12 घंटे से ज्यादा हो गए हैं लेकिन अभी तक न दिल्ली सरकार के कोई मंत्री या दिल्ली की मेयर आई हैं, कोई अधिकारी नहीं आया है। इन बच्चों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है। मैं मानती हूं कि ये मौत कोई आपदा नहीं है बल्कि ये हत्या है, जितने भी दिल्ली सरकार के बड़े-बड़े लोग हैं उन पर FIR दर्ज होनी चाहिए। जितने बच्चों की मौत हुई है उनके घर पर जाकर 1 करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। दिल्ली सरकार की मंत्री और मेयर को तुरंत यहाँ पर आना चाहिए।
प्रदर्शन कर रहे छात्र ने दिल्ली नगर निगम (MCD) पर निशाना साधते हुए कहा, “MCD का कहना है कि यह एक आपदा है, लेकिन मैं कहूंगा कि यह पूरी तरह से लापरवाही है। आधे घंटे की बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है। ‘आपदा’ ऐसी चीज है जो कभी-कभी होती है। मेरे मकान मालिक ने बताया कि वह पिछले 10-12 दिनों से पार्षद से नाले की सफाई कराने की कह रहे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
मामले में दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मजिस्ट्रेट जाँच का आदेश देते हुए मुख्य सचिव से 24 में भीतर रिपोर्ट माँगी है। इस पर अभ्यर्थियों ने कहा, “घटना की जिम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है। हम चाहते हैं दिल्ली सरकार से कोई यहाँ आए और उन सभी छात्रों की जिम्मेदारी ले, जिन्होंने अपनी जान गँवाई है। सरकार के मंत्री और प्रतिनिधि अपने एसी कमरों से ट्वीट करके या पत्र लिखकर किसका भविष्य सुधार रहे हैं? हमें मामले में न्याय चाहिए।”
#WATCH | Old Rajender Nagar incident | Delhi: On Minister Atishi's order for a magisterial inquiry, a protesting student says, "There is no one to take the responsibility. We want someone from the government to come here and take responsibility for all the students who have lost… pic.twitter.com/WYVIZHZ8rb
— ANI (@ANI) July 28, 2024
गौरतलब है कि दिल्ली में शनिवार (27 जुलाई 2024) शाम को जबरदस्त बारिश हुई। कई इलाकों में जलभराव होने के बाद कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में 12 फीट तक पानी भर जाने से 2 छात्राओं और 1 छात्र की मौत हो गई। मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी श्रेया, तेलंगाना निवासी तान्या और केरल नेविन के रूप में हुई है। घटना के समय कोचिंग सेंटर में 30 से अधिक छात्र थे, जिन्हें गोताखारों की मदद से बाहर निकाला, लेकिन 3 अभ्यर्थी काल का ग्रास बन गए।