दिल्ली में द्वारका के पास एक परिवार रहता है। परिवार के कुछ सदस्यों में 17 साल का एक लड़का है, उससे 3 साल बड़ी एक बहन है। मतलब एक वयस्क है और दूसरा वयस्क होने की कगार पर है। इनके माँ-बाप फिलहाल दिल्ली में नहीं हैं, अपने गृह राज्य बिहार गए हुए हैं। इसी बीच भाई-बहन में कुछ ऐसा होता है, जो आने वाले रक्षाबंधन पर एक कलंक के समान है।
20 साल की बहन 100 रुपए में अपनी पसंद की एक ड्रेस खरीदती है। घर आती है। लेकिन भाई को इस बात पर गुस्सा आ जाता है। वो बड़ी बहन पर हमला कर देता है, मारता-पिटता है और उसकी आँखें फोड़ डालता है। इतना ही नहीं, लगातार बह रहे खून के बावजूद उसने अपनी बहन को घर में बंद कर दिया, किसी भी डॉक्टर या पास के अस्पताल ले जाने से इनकार कर दिया।
Rs 100 का सूट लेने पे लड़की की 2 आँखें उसके 17 साल के भाई ने ग़ुस्से में फोड़ दी!
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) August 13, 2019
DCW महिला पंचायत को डोर टू डोर विज़िट में लड़की घर में बंद लहूलुहान मिली। मैं अस्पताल में उससे मिलने गयी! बहुत सीरीयस है। पुलिस को ऐक्शन हेतु समन किया है!
राखी पे जल्लाद भाई का ये कैसा तोहफ़ा? pic.twitter.com/ifPQQ1KXNq
इस बर्बर घटना का पता तब चलता है जब दिल्ली महिला आयोग (DCW) की पंचायत टीम इलाके में डोर टू डोर विजिट के दौरान लड़की के रोने की आवाज सुनी। जब उन्होंने इस बारे में पूछताछ की, तो पड़ोसियों ने बताया कि आरोपित लड़का अक्सर गालियाँ देता है और अपनी बहनों (मतलब पीड़िता के अलावा भी और बहनें उसकी प्रताड़ना की शिकार हैं) की पिटाई करता है।
इस संबंध में जब DCW पंचायत टीम ने पीड़िता के घर में घुसने और उसकी स्थिति जानने की कोशिश की, तो आरोपित लड़के ने गाली दी और उन पर हमला करने की धमकी भी दी। घर में घुसने में किसी तरह वे लोग कामयाब हुए। यह टीम जब घर के अंदर गई तो दंग रह गए यह देखकर कि लड़की फर्श पर पड़ी थी। चोटों से उसका चेहरा सूज गया था और उसे खून बह रहा था।
DCW पंचायत टीम ने पीड़िता को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ उसका इलाज किया जा रहा है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है और वह सदमे में है। डॉक्टरों का कहना है कि वे सूजन कम होने का इंतजार कर रहे हैं, तभी उसकी आँखों को होने वाले नुकसान का सही आकलन कर सकेंगे।