योगगुरु बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) का विवाद अब पुलिस की चौखट तक पहुँच गया है। IMA ने एलोपैथी पर बाबा रामदेव के बयान को लेकर उनके खिलाफ दिल्ली के आईपी एस्टेट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
IMA के द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में महासचिव डॉ. जयेस लेले ने कहा है कि बाबा रामदेव ने अपने साथियों के साथ स्वास्थ्य समुदाय और सामान्य जनता का नुकसान किया है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि बाबा रामदेव ने गंभीर अपराध किया है जिसके लिए उन्हें महामारी अधिनियम 1897 और कानून की अन्य धाराओं के तहत सजा मिलनी चाहिए।
इस शिकायत में यह भी माँग की गई है कि पुलिस इस मामले की जाँच करे और पता लगाए कि बाबा रामदेव के साथ और कौन हैं जो सार्वजनिक तौर पर ऐसे बयान देने और ‘अनप्रूव्ड’ और ‘अनअप्रूव्ड’ चिकित्सा पद्धति को प्रमोट करने के षड्यन्त्र में शामिल हैं।
IMA के द्वारा दिल्ली पुलिस के पास दर्ज शिकायत में योगगुरु बाबा रामदेव पर महामारी अधिनियम 1897, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, आईपीसी और अन्य संबंधित प्रावधानों के तहत कार्रवाई की माँग की गई है।
इससे पहले बुधवार (26 मई) को IMA ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बाबा रामदेव के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा लगाकर कार्रवाई करने की माँग की थी। इसके पहले IMA उत्तराखंड ने बाबा रामदेव को 1000 करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजा था। नोटिस में उनसे अपने बयान का खंडन कर लिखित और वीडियो के जरिए माफी की माँग की गई है। इसके लिए बाबा रामदेव को 15 दिनों का वक्त दिया गया है।
आपको बता दें कि एक वीडियो में एलोपैथी को लेकर बाबा रामदेव के दावे के बाद इस पूरे विवाद की शुरुआत हुई थी। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने भी आपत्ति जताई थी। इसके बाद बाबा रामदेव ने अपने बयान के लिए माफी माँगी थी। हालाँकि बाबा रामदेव ने एलोपैथी को लेकर IMA और दवा कंपनियों से 25 सवाल भी पूछे थे।