दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार (27 नवंबर, 2023) को खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ़ अर्श डल्ला गैंग के 5 शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम राजप्रीत सिंह उर्फ़ राजा, वीरेंद्र सिंह उर्फ़ विम्मी, सचिन भाटी, अर्पित और सुशील प्रधान हैं। इनके पास से पुलिस ने अवैध हथियार बरामद किए हैं। पकड़े गए शूटर पंजाबी गायक एली मंगत की हत्या के साथ दिल्ली में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, स्पेशल सेल आतंकवाद सहित अन्य गंभीर अपराधों में संलिप्त संदिग्धों की निगरानी कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को दिल्ली में आतंकी हमलों की साजिश रचे जाने के इनपुट मिले। इस मामले की तह तक जाते हुए पुलिस ने कुछ लोगों को चिह्नित भी किया। इन सभी की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी गई। पता चला कि लंदन में बैठे ‘खालिस्तान टाइगर फ़ोर्स’ के आतंकी अर्शदीप डल्ला ने इन्हें हरिद्वार के एक भाजपा नेता कविंदर चौधरी से पैसे वसूलने का काम सौंपा है।
दिल्ली में KTF ने कई हत्याओं की रची थी साजिश
संदिग्धों के नाम राजप्रीत सिंह उर्फ राजा, वीरेंद्र सिंह उर्फ़ विम्मी, सचिन भाटी, अर्पित और सुशील प्रधान के तौर पर सामने आए। इनमें राजप्रीत और वीरेंद्र पहले से ही हत्या, हत्या के प्रयास और रंगदारी जैसे कई मामलों में वांछित थे। स्पेशल सेल को यह भी पता चला कि सभी आरोप दिल्ली में कई लोगों की हत्या भी करना चाह रहे थे। इसके लिए इन्होंने गोला-बारूद के साथ घातक हथियार भी खरीद रखे थे। खरीदे गए हथियारों में सैन्य ग्रेड के हथगोले भी शामिल थे।
तमाम सूचनाएँ जुटाने के बाद दिल्ली पुलिस अर्श डल्ला गुट के इन आतंकियों की तलाश में जुट गई। 26 नवंबर, 2023 की रात लगभग 11 बजे पुलिस को सूचना मिली कि डल्ला गैंग के 2 शूटर मयूर विहार के समाचार अपार्टमेंट के सामने से दिल्ली-नोएडा लिंक रोड से अक्षरधाम मंदिर की तरफ जा रहे हैं। ये सभी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। स्पेशल सेल ने रास्ते में अपना जाल बिछाया। रात में 2 संदिग्ध बाइक सवार आते दिखे। उनको रोकने की कोशिश की गई तो दोनों ने पुलिस पर अंधाधुंध गोलियाँ बरसानी शुरू कर दीं।
बुलेटप्रूफ जैकेट की वजह से पुलिसकर्मी इस हमले में बाल-बाल बच गए। आत्मरक्षा में पुलिस ने भी जवाबी गोलियाँ चलाईं। इस जवाबी कार्रवाई में एक संदिग्ध के पैर में गोली लगी और वो घायल हो गया। घायल की पहचान वीरेंद्र सिंह उर्फ़ विम्मी के तौर पर हुई। दूसरे संदिग्ध को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जिसकी पहचान राजप्रीत सिंह के तौर पर हुई। इन दोनों के पास से पुलिस ने आधुनिक हथियार और हथगोले बरामद किए। दोनों से हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने इस गैंग के सचिन भाटी, अर्पित धनखड़ और सुशील प्रधान को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी पर अर्शदीप सिंह डल्ला गैंग को रसद पहुँचाने का आरोप है।
इन सभी के पास से पुलिस ने अलग-अलग बोर की कई पिस्टल, कारतूस और 2 हथगोले भी बरामद किए। जिस हीरो हौंडा लिवो बाइक पर राजप्रीत और वीरेंद्र सवार थे वह भी चोरी की निकली। बाद में विस्तार से हुई पूछताछ ने निकल कर आया कि सभी आरोपित खालिस्तान टाइगर फ़ोर्स (KTF) के लिस्टेड आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला के नियमित सम्पर्क में थे। ये अर्श डल्ला के भाई की आत्महत्या का जिम्मेदार परमजीत सिंह को मानते थे।
इन सभी के पास से पुलिस ने अलग-अलग बोर की कई पिस्टल, कारतूस और 2 हथगोले भी बरामद किए। जिस हीरो हौंडा लिवो बाइक पर राजप्रीत और वीरेंद्र सवार थे वह भी चोरी की निकली। बाद में विस्तार से हुई पूछताछ ने निकल कर आया कि सभी आरोपित ‘खालिस्तान टाइगर फ़ोर्स’ (KTF) के लिस्टेड आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला के नियमित सम्पर्क में थे। ये अर्श डल्ला के भाई की आत्महत्या का जिम्मेदार परमजीत सिंह को मानते थे।
इन सभी के पास से पुलिस ने अलग-अलग बोर की कई पिस्टल, कारतूस और 2 हथगोले भी बरामद किए। जिस हीरो हौंडा लिवो बाइक पर राजप्रीत और वीरेंद्र सवार थे वह भी चोरी की निकली। बाद में विस्तार से हुई पूछताछ ने निकल कर आया कि सभी आरोपित ‘खालिस्तान टाइगर फ़ोर्स’ (KTF) के लिस्टेड आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला के नियमित सम्पर्क में थे। ये अर्श डल्ला के भाई की आत्महत्या का जिम्मेदार परमजीत सिंह को मानते थे। बाद में राजप्रीत और वीरेंद्र ने कुछ लोगों के साथ मिल कर जनवरी 2023 में पंजाब के जगरौन गाँव के निवासी परमजीत सिंह की हत्या भी कर दी थी।
परमजीत सिंह के अलावा इस गैंग के निशाने पर पंजाबी गायक एली मंगत और नवदीप चड्ढा नाम एक अपराधी भी था। ये सभी एली मंगत और नवदीप चड्ढा की रेकी भी कर चुके थे। एली मंगत की हत्या का प्रयास राजप्रीत और वीरेंद्र ने अक्टूबर 2023 में भी बठिंडा में किया था। हालाँकि, एली के न मिलने से प्लान फेल रहा। वहीं ये दोनों अपराधी नवदीप चड्ढा की हत्या मुक्तसर साहिब की कोर्ट में पेशी के दौरान करना चाहते थे। इसके अलावा साल 2023 में इन दोनों ने हरिद्वार जिले के कवीन्द्र चौधरी से पैसे उगाही का प्रयास किया था। इस मामले में मंगलौर थाना उत्तराखंड में केस भी दर्ज है।
पकड़े गए 25 वर्षीय शूटर राजप्रीत सिंह के पिता का नाम लेफ्टिनेनेट गुरुचरण सिंह है जो मूलतः फ़िरोज़पुर का रहने वाला है। राजप्रीत इस से पहले भी साल 2017 में पंजाब में हत्या के प्रयास में गिरफ्तार हुआ था। यह जानलेवा हमला उसने विनय बजाज नाम के व्यक्ति पर किया था। वहीं दूसरा 22 वर्षीय आरोपित वीरेंद्र सिंह उर्फ विम्मी बठिंडा का रहने वाला है। उस पर साल 2023 में पंजाब के मोड़ मंडी स्थित प्रेम ज्वेलर्स पर अर्श डल्ला के इशारे पर फायरिंग का आरोप है। ऑपइंडिया के पास पुलिस प्रेसनोट मौजूद है।
कौन है अर्शदीप डल्ला
बताते चलें कि अर्शदीप सिंह डल्ला भारत सरकार की लिस्ट में एक वांटेड और प्रतिबंधित आतंकी है। पंजाब मोगा जिले में जन्मा डल्ला गैंगस्टर से आतंकी बन गया था। फिलहाल वो कनाडा में रहता है। अर्शदीप की खालिस्तानी आतंकी निज्जर से भी काफी नजदीकी थी। कनाडा में रह कर अर्शदीप सिंह पाकिस्तान सीमा से तस्करी, टारगेट किलिंग और पंजाब में आतंकी हरकतों के लिए पैसे जुटाने का आरोप है। उस पर NIA ने कई मामले दर्ज कर रखे हैं।