Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजगाड़ी का नहीं था लाइसेंस, इसलिए चचेरे भाई को फँसाया: कंझावला केस में पुलिस...

गाड़ी का नहीं था लाइसेंस, इसलिए चचेरे भाई को फँसाया: कंझावला केस में पुलिस ने कार मालिक को किया गिरफ्तार, 7वें आरोपित ने भी सरेंडर किया

पुलिस के अनुसार कार आरोपितों में से एक अमित खन्ना चला रहा था। हादसे के बाद अमित ने अपने भाई अंकुश खन्ना को इस बात की जानकारी दी। अमित और अंकुश के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। दोनों ने अपने चचेरे भाई दीपक खन्ना से संपर्क किया और कार चलाने का आरोप स्वीकारने के लिए मनाया।

दिल्ली कंझावला एक्सीडेंट केस दिन ब दिन उलझता जा रहा है। पुलिस ने आज केस के 7वें आरोपित अंकुश को भी गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है। इसके अनुसार अंजलि को ठोकर मारने के बाद घसीटने वाले कार में कुल 4 ही लोग थे। दरअसल, कार चलाने के आरोप में जिस दीपक खन्ना को गिरफ्तार किया गया था, वह कार में था ही नहीं बल्कि अपने घर पर था।

कंझावला केस की जाँच कर रही पुलिस ने मामले में एक नई थ्योरी दी है। पुलिस ने बताया है कि हादसे के वक्त आरोपित दीपक के फोन का लोकेशन बाकी के 4 आरोपितों के लोकेशन से मेल नहीं खा रहा है। दीपक के कॉल रिकॉर्ड और फोन लोकेशन से पता चला है कि हादसे वाले दिन वह घर पर ही था। दीपक को 5 आरोपितों के साथ 01 जनवरी को ही गिरफ्तार किया गया था।

मामले में दीपक का नाम कैसे आया ?

पुलिस के अनुसार कार आरोपितों में से एक अमित खन्ना चला रहा था। हादसे के बाद अमित ने अपने भाई अंकुश खन्ना को इस बात की जानकारी दी। अमित और अंकुश के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। दोनों ने अपने चचेरे भाई दीपक खन्ना से संपर्क किया और कार चलाने का आरोप स्वीकारने के लिए मनाया। पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि कार का मालिक आशुतोष नाम का व्यक्ति है।

दिल्ली पुलिस ने आशुतोष को गिरफ्तार किया

पुलिस ने मामले में अमित के भाई अंकुश और कार के मालिक आशुतोष को भी आरोपित बनाया। अब मामले में 7 आरोपित हैं। पुलिस ने कार के मालिक आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है। हादसे के वक्त आशुतोष भी कार में नहीं था लेकिन उसपर सच छिपाने और आरोपितों को बचाने के लिए साजिश में शामिल होने का इल्ज़ाम लगा है। इससे संबंधित एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें आशुतोष हादसे के बाद बाकी के आरोपितों से मिलता नज़र आ रहा है। पुलिस अब अंकुश की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है।

सहेली निधि की गिरफ्तारी की ख़बर गलत

उधर ऐसी खबरें सामने आई कि अंजलि की दोस्त निधि को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने इस पर कहा है कि निधि को गिरफ्तार नहीं किया गया है बल्कि उसे पूछ-ताछ के लिए बुलाया गया है। बता दें कि हादसे के बाद निधि अपनी दोस्त को छोड़कर फरार हो गई थी। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने निधि को भी आरोपित बनाने की माँग की थी। उन्होंने केस की जाँच सीबीआई से कराए जाने की भी माँग की है।

बता दें कि 1 जनवरी, 2023 को अंजलि की भयानक कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। उसकी स्कूटी को टक्कर मारते हुए एक कार उसे 12 किलोमीटर तक घसीटती रही। पुलिस ने कार सवार आरोपितों पर गैर-इरादतन हत्या, लापरवाही से गाड़ी चलाने और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -