झारखंड के देवघर में त्रिकुट पहाड़ के रोपवे पर लोगों को बचाने का अभियान अभी भी जारी है। सेना, वायुसेना और NDRF ने मोर्चा संभाल रखा है। सोमवार (11 अप्रैल 2022) दोपहर 12 बजे दो MI-17 हेलिकॉप्टर की मदद से दोबारा रेस्क्यू शुरू किया गया। सेना के बयान के मुताबिक, सोमवार को आठ लोगों को निकाला गया। रविवार शाम हादसे (Jharkhand Trikoot Accident) के बाद तीन ट्रॉली पहाड़ से टकरा गई थी, जबकि दो नीचे गिर गई थी।
बताया जा रहा है कि अभी भी 40 लोग फँसे हुए हैं। आईटीबीपी के पीआरओ विवेक पांडे ने बताया, “12 ट्रॉलियों से 8 लोगों को बचा लिया गया है। करीब 40 लोग जो अभी भी फँसे हुए हैं, वे सभी सुरक्षित हैं। आज शाम तक हम रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लेंगे। फँसे हुए श्रद्धालुओं को ड्रोन के माध्यम से खाना और पानी दिया जा रहा है, लेकिन कुछ ट्रॉलियों तक हमारे लिए पहुँच पाना मुश्किल हो रहा है।”
Of 12 trolleys (stuck), 8 people rescued. About 40 people who’re still stuck, are safe…By late evening it’s possible that we complete rescue op. Food being provided as much as possible, though not to all trolleys due to difficulties: Vivek Pandey, PRO, ITBP on Deoghar incident pic.twitter.com/bzqvJe5j2q
— ANI (@ANI) April 11, 2022
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “मैं कल से स्थिति का जायजा ले रहा हूँ। हमने NDRF, IAF, विशेषज्ञों, कमांडो से मदद माँगी है। सोमवार सुबह से बचाव कार्य जारी है।” देवघर डीसी के मुताबिक, इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई है, वहीं एक अन्य गंभीर रूप से घायल है। मामूली रूप से घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, भारतीय वायु सेना के अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन अभी भी जारी है। झारखंड के देवघर जिले में दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर बचाव कार्य में लगे हुए हैं। ट्रॉलियों में फँसे लोगों को निकालने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
Deoghar ropeway incident: A woman declared dead, another person seriously injured. Rescue operation is underway: DC Deoghar, Jharkhand
— ANI (@ANI) April 11, 2022
गौरतलब है कि रविवार (10 अप्रैल 2022) को रामनवमी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग त्रिकुट पहाड़ पहुँचे थे। पहाड़ पर बने मंदिर की तरफ एक साथ 26 ट्रॉलियाँ रवाना की गई थीं, जिससे रोपवे की तारों पर अचानक लोड बढ़ा और रोलर टूट गया। तीन ट्रॉलियाँ पहाड़ से टकरा गईं, वहीं दो नीचे गिर गईं। इनमें सवार 12 लोग जख्मी हो गए और दो लोगों की मौत हो गई। बाकी ट्रॉलियाँ आपस में टकराकर रुक गईं। फँसी हुई ट्रॉलियों में छोटे बच्चे और महिलाएँ भी हैं। अधिकारियों के मुताबिक, लोगों को निकालने के लिए जैसे ही सेना ने हेलीकॉप्टर का सहारा लिया, वैसे ही पंखे की तेज हवा से ट्रॉलियाँ हिलने लगीं, इससे लोगों की जान पर बन आई। जिला कलेक्टर मंजूनाथ भैजंत्री ने बताया कि फिलहाल रोपवे बंद है। ट्रॉली के डिस्पेलस होने से दुर्घटना घटी है।
हादसे पर झारखंड के पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन ने कहा है कि रोपवे का संचालन कर रही दामोदर वैली कार्पोरेशन को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। रोलर कैसे टूटा, उसका मेंटेनेंस किस तरह हो रहा था, इन सब बिंदुओं की जाँच कराई जाएगी और इस तरह का हादसा फिर ना इसके लिए एक वैकल्पिक सड़क बनाई जाएगी।
हर साल हजारों लोग जाते हैं मंदिर
त्रिकुट पहाड़ पर त्रिकुटाचल महादेव मंदिर और ऋषि दयानंद का आश्रम है। हर साल हजारों लोग यहाँ मंदिर में दर्शन करने आते हैं। उनके आने जाने के लिए यहाँ एक रोपवे बनाया गया है। यह झारखंड का एकमात्र और बिहार झारखंड का सबसे ऊँचा रोपवे है। इस पर पहुँचने के लिए एक-एक ट्रॉली में 4-4 लोगों को बैठाकर ऊपर भेजा जाता है।