झारखंड के देवघर में त्रिकुट पहाड़ के रोप-वे पर हादसे में अब भी 12 लोग फँसे हुए हैं। वहीं अँधेरे और एक हादसे के कारण आज शाम 6 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया गया। रेस्क्यू के वक्त शाम करीब 5.30 बजे 48 वर्षीय पर्यटक की हेलिकॉप्टर में चढ़ने के दौरान सेफ्टी बेल्ट टूट जाने से मौत हो गई। हादसे में व्यक्ति करीब डेढ़ हजार फीट की गहरी खाई में गिर गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वह केबिन नंबर-19 में सवार था।
ब्रेकिंग: देवघर हादसा- रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक शख्स को ट्रॉली से निकाल कर हेलीकॉप्टर पर लाने के दौरान हाथ छूटा, ऊंचाई से शख्स नीचे खाई में गिरा, बचने की संभावना कम। चेतक हेलीकॉप्टर को बुलाया गया, 24 घंटे से अधिक फंसे लोगों तक भोजन-पानी पहुंचाने की कोशिश#Deoghar #breakingnews pic.twitter.com/n6ADbpDLZi
— NBT Bihar (@NBTBihar) April 11, 2022
आज सोमवार दोपहर में सेना, वायुसेना और NDRF ने 12 बजे MI-17 हेलिकॉप्टर की मदद से दोबारा रेस्क्यू शुरू किया था। जिससे शाम तक 33 श्रद्धालुओं को बचाया गया है। वहीं 12 लोग अब भी फँसे हुए हैं। जबकि दो लोगों की मौत हो गई है। आज राहत और बचाव कार्य के समय हुए हादसे को आप नीचे के वीडियो में देख सकते हैं।
गौरतलब है कि रविवार को रामनवमी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग त्रिकुट पहाड़ पहुँचे थे। पहाड़ पर बने मंदिर की तरफ एक साथ 26 ट्रॉलियाँ रवाना की गई थीं, जिससे रोपवे की तारों पर अचानक लोड बढ़ा और रोलर टूट गया। तीन ट्रॉलियाँ पहाड़ से टकरा गईं, वहीं दो नीचे गिर गईं। इनमें सवार 12 लोग जख्मी हो गए और दो लोगों की मौत हो गई। बाकी ट्रॉलियाँ आपस में टकराकर रुक गईं।
मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा था कि फँसी हुई ट्रॉलियों में छोटे बच्चे और महिलाएँ भी हैं। अधिकारियों के मुताबिक, लोगों को निकालने के लिए जैसे ही सेना ने हेलीकॉप्टर का सहारा लिया, वैसे ही पंखे की तेज हवा से ट्रॉलियाँ हिलने लगीं, इससे लोगों की जान पर बन आई। जिला कलेक्टर मंजूनाथ भैजंत्री ने बताया कि फिलहाल रोपवे बंद है।
हादसे पर झारखंड के पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन ने कहा है कि रोपवे का संचालन कर रही दामोदर वैली कार्पोरेशन को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। रोलर कैसे टूटा, उसका मेंटेनेंस किस तरह हो रहा था, इन सब बिंदुओं की जाँच कराई जाएगी और इस तरह का हादसा फिर ना इसके लिए एक वैकल्पिक सड़क बनाई जाएगी।
हर साल हजारों लोग जाते हैं मंदिर
त्रिकुट पहाड़ पर त्रिकुटाचल महादेव मंदिर और ऋषि दयानंद का आश्रम है। हर साल हजारों लोग यहाँ मंदिर में दर्शन करने आते हैं। उनके आने जाने के लिए यहाँ एक रोपवे बनाया गया है। यह झारखंड का एकमात्र और बिहार झारखंड का सबसे ऊँचा रोपवे है। इस पर पहुँचने के लिए एक-एक ट्रॉली में 4-4 लोगों को बैठाकर ऊपर भेजा जाता है।