Tuesday, September 24, 2024
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अब तिरुपति के प्रसाद में तंबाकू मिलने का दावा, महिला भक्त का Video वायरल: ‘बीफ वाले लड्डू’ को लेकर पहले से ही विवादों में है मंदिर

लड्डू, जिसे श्रद्धा और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है, में इस तरह की मिलावट की खबर ने उसकी शुद्धता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मंदिर प्रशासन पर गुणवत्ता नियंत्रण की कमी के गंभीर आरोप लगे हैं, और भक्तों में इस घटना के बाद गहरा आक्रोश व्याप्त है।

तिरुपति के प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर के एक भक्त ने दावा किया है कि उन्हें प्रसाद के रूप में मिले लड्डू में तंबाकू मिला है। यह घटना उस समय सामने आई है जब लड्डुओं में पशुओं की चर्बी पाए जाने के बाद से आंध्र प्रदेश में एक बड़ा राजनीतिक विवाद छिड़ा हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खम्मम जिले की रहने वाली डोंथु पद्मावती 19 सितंबर 2024 को तिरुपति मंदिर गई थी। उनका दावा है कि उन्हें प्रसाद के रूप में मिले लड्डू में कागज में लिपटा तंबाकू मिला। डोंथु पद्मावती ने बताया कि 19 सितंबर 2024 को तिरुपति मंदिर की यात्रा के बाद जब वह लड्डू अपने परिवार और पड़ोसियों में बाँटने जा रही थीं, तब उन्होंने लड्डू के अंदर छोटे कागज में लिपटा तंबाकू पाया।

पद्मावती ने कहा, “जैसे ही मैं लड्डू बाँटने जा रही थी, मैं यह देखकर दंग रह गई कि उसमें तंबाकू के टुकड़े कागज में लिपटे हुए थे। प्रसाद को पवित्र माना जाता है, और उसमें ऐसी मिलावट होना दिल दहला देने वाला है।”

यह खुलासा तिरुपति के लाखों भक्तों के बीच गहरी चिंता का विषय बन गया है। इससे पहले भी लड्डुओं में इस्तेमाल किए गए घी में पशुओं की चर्जी मिलने के आरोपों ने आंध्र प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमा दिया था। तिरुपति के लड्डू, जो भक्तों के लिए श्रद्धा और पवित्रता का प्रतीक माने जाते हैं, इन विवादों के बाद उनकी शुद्धता पर सवाल उठने लगे हैं। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD), जो मंदिर का प्रबंधन करता है, के गुणवत्ता नियंत्रण उपायों पर अब गंभीर सवाल उठ रहे हैं। हालाँकि बाद में प्रसाद की शुद्धता बहाल कर दी गई।

क्या है विवाद?

यह विवाद तब बढ़ा जब आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में दावा किया कि पिछले जगन मोहन रेड्डी सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में दिए गए लड्डुओं में घटिया सामग्री, जिसमें पशु वसा भी शामिल थी, पाई गई। नायडू ने गुजरात की एक निजी लैब की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि लड्डुओं में “बीफ टैलो” (गाय की चर्बी), “लार्ड” (सूअर की चर्बी) और मछली का तेल मिला हुआ था। इस दावे ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी।

हालाँकि, पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि उनके शासनकाल में ऐसा कोई उल्लंघन नहीं हुआ। रेड्डी ने नायडू पर भगवान के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्हें “आदतन झूठा” बताया। इस पूरे विवाद के कारण तिरुपति मंदिर के भक्तों में भ्रम और चिंता का माहौल है, और यह घटना लड्डू की शुद्धता और धार्मिकता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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