इंडियाबुल्स (Indiabulls) के फिनटेक फर्म धनी ऐप (Dhani App) ने 15 फरवरी 2022 को लोन फ्रॉड सामने आने के बाद अपना बयान जारी किया है। कंपनी ने ये मान लिया है कि उसे लोन फ्रॉड से संबंधित कई शिकायतें मिली हैं, जहाँ किसी दूसरे व्यक्ति के पैन कार्ड (Pan Card) का उपयोग कर माइक्रो लोन लिया गया, लेकिन पीड़ितों को इसका पता तक नहीं चला। धनी के स्पोक्सपर्सन ने CNBC-TV18 को बताया कि वो इस मामले में फौरी तौर पर कार्रवाई की जा रही है। प्रवक्ता ने कहा, “कुछ केस सामने आए हैं, जिनमें फिनटेक ऑपरेशन के जरिए दूसरे लोगों के पैन कार्ड का इस्तेमाल किया गया है।”
कंपनी ने कहा कि वो उसे मिली सभी शिकायतों की जाँच कर रही है कि ये घटना आईडेन्टिटी की चोरी करने की थी या नहीं। धनी का कहना है कि अगर उसे ये पता चलता है कि फ्रॉड हुआ है तो वो क्रेडिट ब्यूरो से रिकॉर्ड को सुधारने के लिए कहेगा। कंपनी के प्रवक्ता ने आगे कहा, “हम G-डिफेंस के साथ जुड़े हैं, जो कि ग्राहकों और विभिन्न प्रकार के डेटा से पैन के प्रत्येक डिवाइस को सत्यापित करने वाला एक वैश्विक सुरक्षा मंच है। ये आईडेन्टिटी चुराने की इन घटनाओं पर रोक लगाएगा।”
कंपनी ने अपनी क्षमताओं के बारे में बताते हुए कहा कि उसने कस्टमर की समस्याओं को सुनने के लिए अपनी कस्टमर सर्विस टीम को भी बढ़ाकर 6,500 कर दिया है। इसके अलावा इस तरह के मामलों को सुलझाने के लिए आईवीआर शुरू किया है। धनी दावा करता है 12 महाने में उसने 35 लाख छोटे लेनदेन को 99.9 प्रतिशत सही लोगों के खाते में ट्रांसफर किया है। इसके अलावा कंपनी का यह भी कहना है कि चोरी की किसी भी तरह की संभावना को वह कम करने की कोशिश करेगी।
धनी में ऋण धोखाधड़ी
गौरतलब है कि मंगलवार (15 फरवरी 2022) को ऑपइंडिया ने ऐप के जरिए महीनों से की जा रही लोन धोखाधड़ी को रिपोर्ट किया था। रिपोर्ट्स में ये देखा गया था कि जालसाज लोग दूसरे लोगों की आई़डेन्टिटी प्रूफ का इस्तेमाल कर माइक्रो लोन ले रहे थे। इन लोगों ने छोटे-छोटे 1,000-2,000 रुपए तक के लोन लिए, जिसकी ईएमआई नहीं चुकाने पर यह बढ़कर 10,000-20,000 रुपए तक हो गई।
जाँच के दौरान ऑपइंडिया को सोशल मीडिया के जरिए पता चला कि लाखों व्यूज वाले कई वीडियोज उपलब्ध हैं, जिनके जरिए जालसाज नकली पैन कार्ड का उपयोग करके रिचार्ज और कैश ले सकते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि धनी ऐप के हर छह डाउनलोड में से एक फ्रॉड से लिंक्ड है। कैशलेस कंज्यूमर के श्रीकांत लक्ष्मणन ने कथित धोखाधड़ी के तकनीकी पहलू के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि धनी अपने उपयोगकर्ताओं को लोन देने के लिए पैन के रैंडम कलेक्शन का उपयोग करता है। उनके पास 75 मिलियन इंस्टाल हैं और आशंका है कि 6 में से 1 का पैन इस फर्जी क्रेडिट लाइन का शिकार हो सकता है।