हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत के बाद जब कॉन्ग्रेस में मुख्यमंत्री बनने को लेकर घमासान चल रहा था तो आपने दो नाम सुने होंगे। ये नाम हैं- विक्रमादित्य सिंह और प्रतिभा सिंह। दोनों वीरभद्र सिंह की दुहाई देकर मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी जता रहे थे। हिमाचल प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री रहें दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा फिलहाल सांसद हैं तो बेटे विक्रमादित्य विधायक। माँ-बेटे को घरेलू हिंसा के एक मामले में आज (14 दिसंबर 2020) को कोर्ट में पेश होना है।
घरेलू हिंसा का यह मामला शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य की पत्नी सुदर्शना ने दर्ज करवा रखा है। सुदर्शना चंडावत ने पति और अपने ससुराल वालों पर राजस्थान के उदयपुर कोर्ट में 17 अक्तूबर 2022 घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी। 17 नवंबर 2022 को पहली सुनवाई में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी उदयपुर की अदालत ने विक्रमादित्य सिंह, सास प्रतिभा सिंह, ननद अपराजिता, ननदोई अंगद सिंह और चंडीगढ़ की एक युवती के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए थे। हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार विक्रमादित्य पहली सुनवाई में कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुए थे, जिसके बाद अदालत ने सभी प्रतिवादियों को उदयपुर कोर्ट में बुधवार (14 दिसंबर 2022) पेश होने के आदेश दिए।
बता दें कि सुदर्शना ने घरेलू हिंसा में महिला संरक्षण अधिनियम की धारा 20 के तहत कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि शादी के कुछ समय के बाद उनके साथ घरेलू हिंसा की गई। उन्होंने अदालत से ससुराल वालों की शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हिंसा पर रोक लगाने की गुहार लगाई है। साथ ही उनके अलग रहने के लिए आवास की व्यवस्था करने का निर्देश देने की भी अपील की है।
विक्रमादित्य सिंह की शादी मार्च 2019 में सुदर्शना चंडावत से हुई थी। दोनों में कुछ समय बाद अनबन हो गई और दोनों लंबे समय से अलग-अलग रह रहे हैं। विक्रमादित्य सिंह ने हालाँकि मामले में टिप्पणी से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि पूरा मामला पारिवारिक है।
विक्रमादित्य का राजनीतिक सफर 2013 में शुरू हुआ था। वह उसी साल हिमाचल प्रदेश में कॉन्ग्रेस कमेटी से जुड़े और उन्हें युवा कॉन्ग्रेस अध्यक्ष बनाया गया। 2017 तक विक्रमादित्य इस पद पर रहे। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में वे दूसरी बार शिमला ग्रामीण क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। उनकी माँ प्रतिभा सिंह हिमाचल कॉन्ग्रेस की अध्यक्ष हैं।