हरियाणा के मेवात जिले के नूँह में DSP सुरेंदर सिंह बिश्नोई की हत्या के बाद से जिलेभर में सर्च ऑपरेशन जारी है। इसी क्रम में हरियाणा पुलिस ने मंगलवार (26 जुलाई, 2022) को नूँह में रोहिंग्या मुस्लिमों की झुग्गियों में सर्च अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने 30 वाहन जब्त किए। इन वाहनों में 11 जुगाड़ से बनाई गई रेहड़ी रिक्शा और 17 बाइक भी शामिल हैं।
नूँह के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने कहा, “हमारे पास रोहिंग्याओं का सारा डेटाबेस है और हमने उनके शिविरों में एक विशेष तलाशी अभियान चलाया। हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि इन शिविरों में कोई गलत तत्व तो पनाह नहीं ले रहा है। अपराधियों, खासकर जिले में अवैध खनन में शामिल तत्वों को पकड़ने के लिए हमारी छापेमारी जारी रहेगी।” सिंगला ने आगे कहा कि उन्होंने अब तक 33 गाँवों में तलाशी अभियान चलाया है और 361 संदिग्ध वाहनों को जब्त किया है।
रोहिंग्या मुस्लिमों के पास इन वाहनों के दस्तावेज नहीं थे। इसलिए, उन वाहनों को जब्त किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी वाहन का कोई रोहिंग्या दस्तावेज लेकर पुलिस विभाग के पास आया और दस्तावेज सही पाए गए, तो उसे छोड़ दिया जाएगा, नहीं तो इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के मुताबिक, नूँह, शाहपुर नंगली, पुन्हाना, चंदेनी और फिरोजपुर में स्थित रोहिंग्या शिविरों में पिछले कई महीनों से कुल 1771 रोहिंग्या मुस्लिम रह रहे हैं। 26 जुलाई को इन जगहों पर विशेष तलाशी अभियान चलाया गया।
गौरतलब है कि हरियाणा के नूँह में 19 जुलाई, 2022 को DSP सुरेंदर सिंह बिश्नोई पर खनन माफियाओं ने पत्थर से लदा डम्पर चढ़ा दिया था, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। ये घटना उस वक्त हुई, जब पुलिस नूँह के पचगाँव की पहाड़ियों में अवैध खनन माफियाओं को पकड़ने गई थी। वह (DSP) इसी साल रिटायर होने वाले थे। खनन माफियाओं की हिस्ट्री में इसे जिले की अब तक कि सबसे बड़ी घटना माना जा रहा है।
सुरेंदर सिंह बिश्नोई की हत्या की खबर से पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। वारदात के बाद से पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इससे पहले सोनीपत में अवैध खनन करने वाले माफिया गिरोह ने स्पेशल इन्फोर्समेन्ट टीम पर हमला किया था। इस घटना में एक ASI की वर्दी फाड़ दी गई थी और एक सिपाही को पीटा गया था।