अलीगढ़ में 6 साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई है। इस मामले में अलीगढ़ पुलिस ने दो सगे भाईयों- सुअलीन और रिजवान को गिरफ्तार किया है। बच्ची का शव आरोपितों के घर के ऊपर बंद पड़े एक वॉशरूम में पड़ा मिला। पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, दुष्कर्म के बाद बच्ची के साथ कुकर्म भी किया गया था। इसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई।
ये वारदात अलीगढ़ के तुर्कमान थान क्षेत्र की है। 26 सितंबर को बच्ची गायब हुई थी। काफी खोजबीन और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद सीसीटीवी फुटेज की मदद से बच्ची का शव बरामद किया गया है। उसे पीड़ित बच्ची के घर के बगल में ही रहने वाले सुअलीन और रिजवान ने मार डाला था।
इस मामले में उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ पुलिस के एसएसपी के कलानिधि नैथानी के हवाले से बताया गया है कि बच्ची की माँ ने पुलिस में शिकायत की थी कि उनकी बच्ची नहीं मिल रही है। इस एफआईआर की कॉपी ऑपइंडिया के पास मौजूद है।
मीडिया से बातचीत में एसएसपी कलानिथि नैथानी ने बताया, “दोनों घर की छत मिली हुई है और दोनों परिवार एक ही समुदाय के हैं। जब उस घर की छानबीन की गई तो पता चला कि इसकी छत पर एक बाथरूम जैसा कमरा है। उसके बराबर में एक छोटा सा कमरा है। यहीं पर बच्ची को बरामद किया गया। बच्ची को तत्काल अस्पताल भेजा गया, जहाँ डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।”
20 रुपए देकर उसी बच्ची से मँगाया था गुटखा
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्य आरोपित सुआलीन ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि उसने बच्ची को 20 रुपए देकर अपने लिए गुटखा और उसके लिए चिप्स मँगवाई थी। इसके बाद उसने बच्ची के साथ हैवानियत की और फिर हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस ने दोनों सगे भाइयों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।
ई-रिक्शा चलाता है आरोपित सुअलीन
अलीगढ़ में 6 साल की बच्ची को दुष्कर्म-कुकर्म के बाद मारने वाला सुअलीन ई-रिक्शा चलाता है। उसने बच्ची के साथ रेप किया और फिर कुकर्म की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद कहीं वो पकड़ा ना जाए, बच्ची का गला घोंटकर उसने उसकी जान ले ली। इस काम में उसके भाई रिजवान ने मदद की और खून साफ किया। इसके बाद दोनों भाई बच्ची को ढूंढने का नाटक करने लगे।
रात गहराने का कर रहे थे इंतजार, तैयार था ई-रिक्श
सुअलीन और उसका भाई रिजवान दोनों ने ई-रिक्शा तैयार कर रखा था। उनकी प्लानिंग थी कि रात के समय वो बच्ची के शव को ई-रिक्शा पर लादकर किसी नाले में डाल देंगे। इससे वो पुलिस की पकड़ में जाने से बच जाएँगे। हालाँकि, दोनों के पकड़े जाने से उनकी प्लानिंग धरी की धरी रह गई।
खुद ही ढूँढने का नाटक भी कर रहा था हत्यारा सुअलीन
आरोपित सुअलीन ने बच्ची की अम्मी से दोपहर बारह बजे से दो बजे के बीच तक कई बार पूछा कि बच्ची कहीं दिखाई नहीं दे रही है। कहाँ गई? इस पर बच्ची की अम्मी ने हर बार यही जवाब दिया कि खेल रही होगी, कहाँ जाएगी? मगर दो बजे जब अम्मी को चिंता हुई और तलाश शुरू की तो हर तरफ से यही जवाब मिला कि एक बजे के आसपास बच्ची को आरोपित के घर की ओर जाने वाली गली में जाते देखा है।
बहन को छत से नीचे भेजकर बच्ची को बनाया शिकार
सुअलीन की बहन मृतक की सहेली थी। घटना के वक्त आरोपितों की बहन छत पर थीं। उसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि घटना के वक्त उसने बहन को नीचे भेज दिया था। उसे लगा कि वह अपने घर चली गई होगी। इसके बाद जब परिवार बच्ची को तलाशने में लगा तो खुद सुआलीन और उसके भाई भी परिवार के साथ बच्ची को तलाश रहे थे।
किराए पर रहते हैं दोनों परिवार
पीड़ित और आरोपित दोनों परिवार किराए पर रहते हैं। पीड़ित परिवार जिस मकान में रहता है, उसके दो दरवाजे हैं। एक दरवाजा सड़क की दिशा में खुलता है तो दूसरा गली में पड़ोसी के मकान की ओर खुलता है। पीड़ित दंपती के चार बच्चों में मृतक तीसरे नंबर की थी, उसके बाद एक छोटा भाई भी है। रोज की तरह पिता काम पर चला गया था, जब उसके साथ ये दरिंदगी हुई।