केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने स्पष्ट किया है कि सरकार संसद में NEET भर्ती परीक्षा पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में चर्चा नियमों और परम्पराओं के तहत होनी चाहिए। दूसरी तरफ इस मामले में CBI ने अपना एक्शन चालू कर दिया है। CBI ने झारखंड से दो आरोपितों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। यह दोनों NEET का केंद्र बनने वाले एक स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल हैं। इनकी गिरफ्तारी झारखंड से हुई है।
सरकार चर्चा के लिए तैयार: शिक्षा मंत्री
NEET को लेकर संसद में विपक्ष ने शुक्रवार (28 जून, 2024) को खूब हंगामा किया। उसने राज्यसभा और लोकसभा, दोनों की कार्रवाई में व्यवधान डाला। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ने NEET परीक्षा को लेकर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के बीच NEET को लेकर बहस की माँग कर दी। दूसरी तरफ सरकार ने साफ किया कि वह हर मुद्दे पर चर्चा चाहती है। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने बताया कि यदि विपक्ष NEET पर चर्चा चाहता है तो सरकार भी तैयार है लेकिन यह चर्चा परम्पराओं और मर्यादा का ध्यान रख कर हो।
#WATCH | On protest by opposition MPs in Parliament over the NEET issue, Union Education Minister Dharmendra Pradhan says, "…We are not going to spare anyone. Those who were in charge of NTA have been removed and the responsibility has been given to senior officials. All this… https://t.co/E1Tqq262Sh pic.twitter.com/fHjasRXdNQ
— ANI (@ANI) June 28, 2024
उन्होंने कहा, “जब राष्ट्रपति महोदया ने अपने भाषण में ही NEET मुद्दे का जिक्र किया है तो फिर लीपापोती का प्रश्न ही नहीं उठ रहा है। CBI ने अपनी कार्रवाई चालू कर दी है। हम किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मा दिया गया है। हम इस मामले में कोई गुंजाइश नहीं रखेंगे। हम देश को आश्वस्त कर रहे हैं। विपक्ष को मैं अपील करना चाहता हूँ कि वह देश के छात्रों को भ्रमित ना करे।” धर्मेन्द्र प्रधान ने यह भी बताया कि CBI सभी आरोपितों को जल्द पकड़ेगी।
CBI की कार्रवाई ने पकड़ी रफ्तार, 2 और गिरफ्तार
NEET परीक्षा में हुई धांधली को लेकर CBI ने अपनी जाँच के बाद गिरफ्तारियाँ चालू कर दी हैं। गुरुवार (27 जून, 2024) को पटना से दो गिरफ्तारियों के बाद अब CBI ने झारखंड से भी दो लोगों को पकड़ा है। CBI ने शुक्रवार (28 जून, 2024) को झारखंड के हजारीबाग से ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक़ और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज को गिरफ्तार किया है। CBI इनसे इससे पहले पूछताछ कर रही थी। इसके अलावा सलाउद्दीन नाम के एक पत्रकार को भी गिरफ्तार कर सकती है।
जिन दो लोगों को CBI ने गिरफ्तार किया है, वह दोनों उस सेंटर के इंचार्ज थे, जहाँ NEET परीक्षा आयोजित की गई थी। CBI की टीम ने हजारीबाग में और भी लोगों से पूछताछ की है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आगे और भी गिरफ्तारियां इस मामले में देखने को मिलेंगी। इससे पहले CBI ने गुरुवार (27 जून, 2024) ने पटना से मनीष प्रकाश और उसके दोस्त आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया था। इन दोनों ने ‘सेफ हाउस’ में कमरा बुक कराया था।
बिहार पुलिस की EOU टीम से पेपर लीक जाँच की रिपोर्ट और सबूत हासिल करने के बाद अब CBI पेपर लीक के मुख्य आरोपित संजीव मुखिया को दबोचने की दिशा में काम कर रही है। CBI द्वारा गिरफ्तार मनीष प्रकाश ने अपने दोस्त आशुतोष से कहकर परीक्षार्थियों के लिए ‘लर्न एंड प्ले स्कूल’ को बुक कराया था। पटना के खेमनी चक स्थित लर्न एंड प्ले स्कूल में NEET का जला हुआ प्रश्न पत्र मिला था, जो इस घटना का प्रमुख सबूत है।
सरकार ने NEET मामले में जाँच के लिए CBI को 22 जून, 2024 को आदेश दिए थे। उसके बाद से वह लगातार देश के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी और पूछताछ में जुटी हुई है।
बेदी राम का मामला भी चर्चा में
NEET परीक्षा में गड़बड़ी और कार्रवाई की खबरों के बीच सुभासपा विधायक बेदीराम का मामला भी चर्चा में है। हाल ही में मीडिया में उनका एक स्टिंग किए जाने का दावा किया गया था। इस वीडियो में कथित तौर पर बेदीराम पेपर लीक की बात कबूल रहे थे। बेदीराम गाजीपुर की जखनियां विधानसभा से विधायक हैं। बताया गया है कि उन पर पूर्व में भी परीक्षाओं में गड़बड़ी करवाने के मामले दर्ज हुए हैं। यह सब खबरें सामने आने के बाद मीडिया में उनके भूमिगत हो जाने की बात कही जा रही है।
गौरतलब है कि हाल ही में NEET-UG परीक्षा का परिणाम सामने आया था। इस परिणाम में कुछ छात्रों ने गड़बड़ी की शिकायत की थी। इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी गया था। NEET परीक्षा कराने वाली संस्था NTA ने भी छात्रों को नम्बर दिए जाने में गड़बड़ी की बात मानी थी। इन छात्रों की परीक्षा दोबारा लिए जाने की बात कही गई थी। इसके अलावा परीक्षा में गड़बड़ी की बात का खुलासा बिहार की EOU ने किया था और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था।