महाराष्ट्र राज्य में हिंदुओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है, खास कर लोकसभा चुनाव के बाद। महाराष्ट्र में कॉन्ग्रेस-एनसीपी(शरद पवार) और शिव सेना (यूबीटी) ने लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं, जिसके बाद से महाराष्ट्र में इस्लामिक कट्टरपंथी बेखौफ हो गए हैं। इसी का परिणाम है कि राज्य भर में हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं और नेताओं पर अकारण हमले किए जा रहे हैं। बीते एक सप्ताह में ही महाराष्ट्र में 8-9 घटनाएँ हुई हैं, जिसमें इस्लामिक कट्टरपंथियों ने हिंदुओं पर हमले किए। ऐसी ही घटनाओं पर एक नजर…
1-पुणे में कट्टरपंथी इस्लाम के खिलाफ बोलने पर अक्षय धवरे पर हमला
हाल के समय में महाराष्ट्र के पुणे में बीते सप्ताह ही बड़ी घटना सामने आई। पुणे के लोहियानगर इलाके में अक्षय धवरे नाम के हिंदूवादी कार्यकर्ता पर अतुल खान, सलमान शेख, सुल्तान शेख, असलम पटेल, आसिफ शेख और अन्य 4 लोगों ने हमला कर दिया। अक्षय हिंदूवादी और दलित कार्यकर्ता हैं। उन पर हमला इसलिए किया गया, क्योंकि वो इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा दलितों के उत्पीड़न के खिलाफ बोलते थे। इस मामले में दर्ज हुई एफआईआर की कॉपी ऑपइंडिया के पास मौजूद है। इस मामले में खड़क पुलिस स्टेशन ने भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 307, 324, 323, 143, 147, 148, आर्म्स एक्ट, 1959 की धारा 4 और 25, महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम, 1951 की धारा 37(1), 135 और एससी/एसटी एक्ट, 1989 की धारा 3(1)(2) और 3(1)(10) के तहत मामला दर्ज किया है।
हमलावरों ने अक्षय से कहा कि वो दलितों के लिए ज्यादा ही भगवान बनता है। उस पर दो बार हमला हुआ, लेकिन वो बच गया। लेकिन इस बार नहीं बचेगा। इस्लामिक कट्टरपंथियों ने अक्षय पर तलवार से हमला किया। जिसमें उसके सिर और पीठ पर गंभीर चोटें आईं। इस दौरान उन्होंने कहा, “हम यहाँ के बाप हैं। हमारे खिलाफ अगर कोई बोलेगा तो हम उसे जिंदा नहीं छोड़ेंगे।” इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट यहाँ पढ़ी जा सकती है।
पुणे में रोहित थोराट नाम के हिंदू-दलित नेता पर हमला
पुणे के लोहियानगर इलाके में 27 जून को ऐसी ही घटना हुई, जिसमें हिंदू दलित नेता रोहित थोराट पर अफरीदी शेख, सादिक सज्जा, इजाज शेख और चार अन्य साथियों के एक समूह ने हमला किया। थोराट पर किया गया हमला दलित समुदाय को बेहतर बनाने के उनके प्रयासों पर हमला एक टारगेटेड अटैक जाहिर होता है। थोराट अपने समुदाय के सामने आने वाली चुनौतियों और अन्याय के बारे में मुखर रहे हैं, जिसकी वजह से वो कट्टरपंथियों के निशाने पर आ चुके हैं।
थोराट पर हमले के मामले की एफआईआर कॉपी ऑपइंडिया के पास मौजूद है। एफआईआर की कॉपी के अनुसार, पुणे के गंगाधा इलाके में जब पीड़ित अपने रिश्तेदार के घर से घर लौट रहा था, तब आरोपितों ने उसे रोका और उसके साथ मारपीट की। आरोपितों ने पीड़ित की बाइक पर ऑटोरिक्शा चढ़ा दिया और उसे धमकाना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने पीड़ित पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 307, 504, 341, 506, 34, महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37(1), 135 और एससी/एसटी अधिनियम, 1989 की धारा 3(1)(आर), 3(1)(एस), 3(2), 3(वी), 3(2)(वीए) और 6 के तहत मामला दर्ज किया है।
पुणे के लोहियानगर में हिंदू कार्यकर्ता पर तीसरा खतरनाक हमला: एलआरओ
इसी कड़ी में पुणे जिले के लोहियानगर इलाके में एक हिंदू कार्यकर्ता पर तीसरा भयानक हमला हुआ। 3 जुलाई 2024 को मातंग में हिंदू दलित युवक आदर्श भारत हनुवते पर हमला किया गया, इस घटना को लीगल राइट्स ऑब्ज़र्वेटरी (LRO) ने सोशल मीडिया पर शेयर किया। LRO ने पुणे सिटी पुलिस पर हिंदुओं को प्रताड़ित करने और अपराधियों को बचाने के लिए अपराध को छिपाने का आरोप लगाया।
#DalitLivesMatters
— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) June 24, 2024
Matang Hindu Dalit youth leader Akshay Dhavare brutally attacked by #Jihadi gang of A Khan, Salman Balli Sheikh, Asmal Patel, Yousuf, Aasif Mendha at Lohiya Nagar for opposing radicals, it's under @PuneCityPolice @CPPuneCity jurisdiction!
Victim's fingers… pic.twitter.com/BO0rWC1UTu
पुणे और मुंबई के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों जैसे नांदेड़, सभाजीनगर और ठाणे में भी हमले हुए।
नांदेड़ में टी20 विश्व कप की जीत का जश्न मना रहे हिंदुओं पर मुस्लिम छात्रों का हमला
अभी कुछ दिन पहले 29 जून को महाराष्ट्र के नांदेड़ क्षेत्र के श्रीनगर इलाके में भारत की टी20 विश्व कप जीत का जश्न मनाने के बाद 20-25 मुस्लिम युवकों ने 4 हिंदू छात्रों पर हमला कर दिया। आरोपित हमलावर चारों पीड़ितों के किराए के अपार्टमेंट में घुस गए और उन पर लाठी और लोहे की रॉड से हमला किया। विकास माडवी, रावसाहेब नरवड़े, बालाजी पोरमद और कपिल पाटिल के रूप में पहचाने गए पीड़ितों को गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
पूरी घटना सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड हो गई जिसमें आरोपितों को पीड़ितों के अपार्टमेंट में घुसते हुए देखा जा सकता है। अपार्टमेंट के मालिक ने घटना की पुष्टि की और कहा कि सभी आरोपित मुस्लिम समुदाय के हैं।
ठाणे में हिंदू महिला से छेड़छाड़, एफआईआर दर्ज न करने की धमकी
बीती 27 तारीख को ठाणे पुलिस ने शहजाद शेख नामक एक व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354, 354डी और 452 के तहत एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें उसने एक हिंदू महिला से छेड़छाड़ की और उसे अपना मुँह बंद रखने के लिए मजबूर किया। यह घटना पिछले सप्ताह ठाणे के हजूरी दरगाह क्षेत्र में हुई थी, जो मुस्लिम बहुल क्षेत्र है। आरोपी ने इलाके में रहने वाली एक हिंदू महिला से छेड़छाड़ की। बाद में सकल हिंदू समाज के अनुसार जब महिला पास के एक मंदिर में शरण लेने गई, तो लगभग 100-150 मुस्लिम जूते पहनकर मंदिर में घुस गए और महिला को पुलिस में शिकायत दर्ज न करने की धमकी दी। इससे पहले, हिंदू समुदाय ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया था, लेकिन बाद में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में एक पार्षद आरोपितों की मदद कर रहा था।
नासिरुल्लाह ने ठाणे के मदरसे में नाबालिग लड़के के साथ किया दुराचार
बुधवार (26 जून) को महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी शहर में एक मदरसे के परिसर में 11 वर्षीय लड़के के साथ दुराचार करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपित की पहचान नसीरुल्लाह के रूप में हुई है। यह घटना उस समय हुई जब पीड़ित मदरसे में पढ़ रहा था। नसीरुल्लाह ने नाबालिग लड़के का यौन उत्पीड़न किया और ‘अप्राकृतिक यौन संबंध’ बनाए। आरोपी पर बाल यौन अपराध रोकथाम (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अब नसीरुल्लाह को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
हिंदू परिवार पर ईद के बकरे को मारने के विवाद में हमला
पुणे में ईद के बकरे द्वारा बच्चे को मारने पर हुए विवाद के बाद मोंटी सैयद, जमीर और अन्य लोगों ने हिंदू परिवार पर हमला कर दिया। इस साल 17 जून को पुणे के यरवदा इलाके में रहने वाले एक हिंदू परिवार पर एक बड़ी मुस्लिम भीड़ ने बेरहमी से हमला किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब उनके परिवार की 3 साल की हिंदू लड़की आँगन में खेल रही थी। इसी दौरान उसी इलाके में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के 3-4 नाबालिग लड़के बकरीद पर कुर्बानी के लिए लाए गए बकरों के साथ खेल रहे थे।
बकरियों में से एक ने दौड़कर लड़की को मारा जिसके बाद उसका परिवार यह देखने के लिए आँगन में पहुँचा कि क्या हुआ है। जब उन्होंने लड़कों से घटना के बारे में पूछा तो वे हिंदू परिवार के सदस्यों से बहस करने लगे और उनके साथ मारपीट भी करने लगे। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने हिंदू परिवार पर पत्थरबाजी की। उन्होंने रॉड और डंडों से भी परिवार पर हमला किया।
पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और नाबालिगों समेत 12 लोगों को हिरासत में लिया है। इस घटना की एफआईआर कॉपी ऑपइंडिया को मिली है। पुणे पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 143 (अवैध रूप से एकत्र होना), 147 (दंगा करने की सजा), 149, 323 (स्वेच्छा से चोट पहुँचाना), 504 (जानबूझकर अपमान या उकसावा) और 337 के तहत धाराएँ लगाई हैं। इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट यहाँ पढ़ी जा सकती है।
मीरा रोड: सोसायटी में बकरा काटने से रोकने पर हिंदुओं पर इस्लामी कट्टरपंथियों का हमला
मुंबई के मीरा रोड इलाके का यह मामला 18 जून को ऑपइंडिया द्वारा एक्सक्लूसिव तौर पर रिपोर्ट किया गया था। काशीगांव पुलिस स्टेशन ने हिल गैलेक्सी अपार्टमेंट में रहने वाले वजूद नामक व्यक्ति पर हिंदुओं का अपमान करने, उन्हें धमकाने और धर्म को गाली देते हुए ‘हिंदुओं के म** की च**’ कहने का आरोप लगा है। भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 295A और 153A के तहत FIR दर्ज की गई।
यह घटना 16 जून को हुई जब मीरा रोड पर हिल गैलेक्सी अपार्टमेंट और जेपी नॉर्थ सेलेस्टे सोसाइटी में रहने वाले मुस्लिम निवासियों ने बकरीद के त्यौहार से पहले अवैध रूप से वध के लिए सोसाइटी परिसर में बकरियाँ ले आए। हिंदुओं ने इस घटना का विरोध किया और पुलिस को बुलाया। हालाँकि, पुलिस ने यह कहते हुए बकरियों को जाने दिया कि सोसाइटी के भीतर कोई नीति नहीं है। इस बीच, हिंदुओं ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया और सोसायटी के परिसर में कुर्बानी पर आपत्ति जताई। हालाँकि, मुस्लिम निवासियों ने हिंदुओं के साथ बहस की और दावा किया कि वे सोसायटी के परिसर में बकरे काटेंगे।
ऑपइंडिया को मिली एफआईआर की कॉपी में कहा गया है कि मुसलमानों ने हिंदुओं को धमकाते हुए कहा कि वे (मुसलमान) सोसायटी परिसर में ही बकरे काटेंगे, चाहे कुछ भी हो जाए। एफआईआर के अनुसार वजूद ने कहा, “जो कर सकते हो करो। हम यहीं सोसायटी परिसर में ही जानवरों को काटेंगे। हिंदुओं के म** की च**।”
शिकायत में निवासी ने आगे कहा कि आरोपी व्यक्ति ने भगवान गणेश का भी अपमान किया। वजूद ने हिंदुओं को धमकाते हुए कहा, “आप लोग गणेश उत्सव मनाते हैं। क्या हम तब कुछ कहते हैं? जब हम आपके भगवान गणेश को देखते हैं तो हमें गुस्सा आता है और उल्टी आती है। हम देखेंगे कि आप यहाँ अपना गणेश उत्सव कैसे मनाते हैं।”
इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट यहाँ और यहाँ पढ़ी जा सकती है।
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