छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित एक फैशन शो विवाद का विषय बन गया है। आरोप है कि यह फैशन शो हिन्दुओं के एक मंदिर में आयोजित करवाया गया था। कहा जा रहा है कि इस आयोजन में कई मेकअप आर्टिस्टों के साथ पश्चिमी सभ्यता वाले कपड़े पहन कर कई मॉडल्स मंदिर परिसर में रैम्प बना कर वॉक कर रहीं थीं।
इस कार्यक्रम के आयोजकों में आरिफ नाम का व्यक्ति भी शामिल बताया जा रहा है। बजरंग दल ने इस आयोजन पर आपत्ति जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। फैशन शो का आयोजन शनिवार (17 सितम्बर 2022) को हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला तेलीबंधा थानाक्षेत्र के फुंडहर इलाके में स्थित सालासर बालाजी मंदिर का है। यहाँ FDCA नाम की कंपनी ने आरिफ और मनीष नाम के आयोजकों के नेतृत्व में फैशन शो का आयोजन किया था। आयोजन में कई लड़कियाँ मॉडल के रूप में मंदिर परिसर में भी रैम्प वॉक कर रहीं थी। अभी आयोजन शुरू हुए कुछ ही समय बीता था कि बजरंग दल के कार्यकर्ता ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए मंदिर परिसर में घुस गए और वहाँ अफरातफरी मच गई।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन को अपनी भावनाओं का अपमान बता कर हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान मॉडलिंग कर रही लड़कियाँ मंदिर परिसर से बाहर चली गईं।।आरोप है कि आयोजकों और बजरंग दल कार्यकर्ताओं में बहस भी हुई।
हंगामे की सूचना पर पहुँची पुलिस ने मामले को शाँत करवाया। आखिरकार कार्यक्रम को बंद करवा दिया गया। इस दौरान मची अफरातफरी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें मौके पर पहुँची पुलिस दोनों पक्षों को समझने का प्रयास कर रही है।
वायरल वीडियो में आयोजन में शामिल बताई जा रही एक हिजाब पहनी महिला को हाथ जोड़ते भी देखा जा सकता है। वीडियो में ढेर सारी खाली कुर्सियाँ और मेकअप के सामान भी दिख रहे हैं। इस आयोजन को बंद करवाने वाले रायपुर के बजरंग दल पदाधिकारी रवि वाधवानी ने कहा कि ऐसी घटनाएँ बिलकुल स्वीकार्य नहीं हैं।
उन्होंने इस आयोजन को फूहड़ता बताते हुए एक न्यूज़ संस्थान के संबंधित खबर का स्क्रीनशॉट शेयर किया। इस खबर के मुताबिक रायपुर में सिविल लाइंस के CAP वीरेंद्र चतुर्वेदी ने घटना की जाँच करने और उसके बाद नियमानुसार उचित कार्रवाई करने का बयान दिया है।