उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर से एक ऐसी चौंकाने वाली ख़बर आई है, जिसे उचित मीडिया कवरेज नहीं मिला। यहाँ कुछ मुस्लिम युवकों ने एक 13 वर्षीय नाबालिग छात्रा का तब सामूहिक बलात्कार किया, जब वह शौच के लिए घर से निकली थी। इतना ही नहीं, मुस्लिम युवकों ने गैंगरेप का वीडियो भी बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस नृशंस अपराध का मामला लगभग एक महीने बाद प्रकाश में तब आया जब उक्त किशोरी के भाई ने वीडियो को सोशल मीडिया पर देखा। रतनपुरी थाना क्षेत्र के तितावी में हुई इस घटना को लेकर इलाक़े में तनाव बना हुआ है।
स्थानीय अख़बारों में छपी ख़बर के अनुसार, उक्त किशोरी देर शाम शौच के लिए घर से बाहर निकली थी। वह पाँचवी कक्षा की छात्रा है। कुछ मुस्लिम युवकों ने सुनसान जगह देख कर उसे जबरन उठा लिया और खाली पड़े एक मकान में ले गए। उसी मकान में उन्होंने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। हथियार व तमंचे से लैस मुस्लिम युवकों के सामने दलित किशोरी की एक न चली और चिल्लाने के बावजूद सुनसान जगह होने के कारण उसकी आवाज़ किसी ने नहीं सुनी।
अपराध को अंज़ाम देने के बाद अपराधी किशोरी को बदहवास अवस्था में छोड़ कर फरार हो गए। डर व लोक-लाज के कारण पीड़िता ने अपने घर में किसी को इस घटना की जानकारी नहीं दी थी। जब उसके भाई ने वायरल हुए वीडियो को देखा तो अपने पिता के साथ थाने में इस मामले की शिकायत की। जिसके बाद किशोरी को मेडिकल परिक्षण के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए बलात्कार के पाँचों आरोपितों को गिरफ़्तार कर लिया है। वो मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है, जिससे घटना के वक्त वीडियो बनाया गया था। गिरफ़्तार युवकों के नाम दानिश, माज उमामा, फरीद और सबूर हैं। उमामा के पास से तमंचा व हथियार भी बरामद किए गए हैं।
बलात्कार के आरोपित मुस्लिम युवकों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल की गई गैंगरेप की क्लिप को गाँव में भी कई लोगों ने देखा। अपराधियों पर पॉस्को एक्ट, एससी-एसटी एक्ट और आईटी एक्ट के तहत मुक़दमे दर्ज किए गए। हिंदुस्तान अख़बार में प्रकाशित ख़बर के अनुसार, कुछ दिनों पूर्व हुई इस वारदात के बाद आरोपितों ने किशोरी को ब्लैकमेल भी किया था।
सभी अपराधियों ने मिलकर पीड़िता के परिजनों को धमकाया भी था। पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दी गई। क्षेत्र में तनाव की स्थिति होने के कारण अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।