रेमंड (Raymond) के मालिक गौतम सिंघानिया पर उनकी पत्नी नवाज मोदी ने हिंसा के आरोप लगाए हैं। पिछले दिनों सिंघानिया ने पत्नी से अलग होने की जानकारी दी थी। नवाज के अनुसार गौतम ने उन्हें और उनकी नाबालिग बेटी को करीब 15 मिनट तक पीटा था। लात और घूँसों से मारा था। नवाज ने यह भी बताया है कि अंबानी परिवार ने उनकी जान बचाई थी।
हाल में एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें दीपावली के दिन सिंघानिया ने अपनी पत्नी नवाज मोदी को घर के अंदर नहीं घुसने दिया था। अब इंडिया टुडे से बातचीत में नवाज ने उस घटनाक्रम के बारे में बताया है जब गौतम सिंघानिया ने उनकी और बेटी की पिटाई की थी। नवाज के अनुसार यह घटना 10 सितंबर की है। गौतम के जन्मदिन की पार्टी चल रही थी और सुबह के 5 बज चुके थे।
उन्होंने कहा, “मैं और मेरी दोनों बेटियाँ भी कुछ दोस्तों के साथ मौजूद थीं। उसने अचानक से हमला कर दिया और वहाँ से गायब हो गया। मैं केवल कल्पना कर सकती थीं कि वह बंदूकें या कोई हथियार लेने गया है।” नवाज ने बताया कि वह अपनी बेटी को खींचकर दूसरे कमरे में ले गईं और फिर उसकी पीठ को सहारा देने के लिए तौलिया लेने चली गईं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नवाज ने पुलिस को कॉल किया। आरोप है कि गौतम सिंघानिया ने पुलिस को घर में आने से रोक दिया। वह अपनी बीवी को धमकियाँ देते हुए पुलिस को अपनी जेब में रखने की बात बता रहे थे।
नवाज के अनुसार इस मामले में अंबानी परिवार ने उनकी मदद की। नीता और अनंत ने उनलोगों की जान बचाई। पुलिस कार्रवाई में मदद की। नवाज मोदी ने भगवान का धन्यवाद करते हुए कहा कि संयोग से उस समय नीता और अनंत अंबानी फोन लाइन पर थे। नीता अंबानी के ही दबाव में पुलिस गौतम सिंघानिया के कई बार रोकने के बावजूद घर में घुसी और नवाज मोदी व उनकी बेटी निहारिका को बचा कर बाहर लाई। कथित तौर पर पुलिस गौतम सिंघानिया पर FIR दर्ज करने से भी कतरा रही थी, लेकिन नीता अंबानी के दबाव में FIR दर्ज करनी पड़ी थी।
नवाज़ मोदी के इन आरोपों पर अभी तक गौतम सिंघानिया की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उन्होंने अपनी 2 बेटियों की फ़िक्र करते हुए अपनी प्राइवेसी का सम्मान करने की दुहाई दी है। बताते चलें कि नवाज मोदी ने तलाक के बदले अपने पति गौतम सिंघानिया की सम्पत्ति में 75% हिस्सेदारी की माँग की है। दोनों पति-पत्नी के तौर पर 32 वर्षों तक एक साथ रहे।
कुछ वर्षों पहले ही गौतम सिंघानिया का उनके पिता विजयपत सिंघानिया के साथ विवाद सामने आया था। 2015 में उन्होंने कंपनी समूह का स्वामित्व अपने बेटे गौतम को सौंप दिया, लेकिन 36 मंजिला JK टॉवर में रहने के लिए उन्हें एक अदद घर तक नहीं मिला। दोनों का विवाद अदालत तक गया। उन्हें कंपनी में पद से भी हटा दिया गया।