उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक मुस्लिम लड़की ने घर वापसी की है। लड़की का नाम आसमीन है जो अब आरती श्रीवास्तव नाम से जानी जाएँगी। आसमीन ने बरेली के अगत्स्य मुनि आश्रम में हिन्दू युवक जयवीर सिंह के साथ 7 फेरे लिए। इस दौरान आसमीन ने हवन किया और हिन्दू देवी-देवताओं के जयकारे लगाए। पुजारी के के शंखधर सहित आश्रम में मौजूद अन्य लोगों ने वर वधू को आशीर्वाद दिया। यह विवाह सोमवार (9 सितंबर, 2024) को सम्पन्न हुआ।
आसमीन मूल रूप से बरेली के बहेड़ी थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। उनके अब्बा का नाम अतीक अहमद है। वहीं जयवीर सिंह बरेली के ही रसूलपुर के निवासी है। जयवीर का आसमीन के घर लम्बे समय से आना-जाना था। दोनों की यहीं बातचीत शुरू हुई तो थोड़े समय में प्यार में बदल गई। दोनों बाहर मिलने लगे और कुछ दिनों बाद शादी करने का मन बना लिए। जब आसमीन के घर वालों को इसकी भनक लगी तो वो भड़क गए। उन्होंने आसमीन पर तमाम तरह की पाबंदियाँ कायम कर दीं।
इधर जयवीर किसी भी हाल में अपने प्यार से शादी करने की कोशिश में जुटे रहे। 9 सितंबर (सोमवार) को मौक़ा पा कर आसमीन अपने घर से निकल गईं। रास्ते में वो जयवीर से मिलीं। दोनों ने एक साथ कचेहरी जा कर शपथ पत्र बनवाए। शपथ पत्र में आसमीन ने खुद को बालिग़ बताते हुए जयवीर से बिना किसी जोर-जबरदस्ती के शादी करने की बात लिखी है। जयवीर ने भी अपने शपथ पत्र में आसमीन से अपना विवाह बिना किसी दबाव के होना बताया है। ऑपइंडिया के पास वीडियो और विवाह के कागजात मौजूद हैं।
अदालत में कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद जयवीर और आसमीन एक साथ बरेली के अगत्स्य मुनि आश्रम पहुँचे। यहाँ आसमीन ने अपने शुद्धिकरण की माँग करते हुए ‘घर-वापसी’ की इच्छा जताई। शुद्धिकरण के बाद आसमीन का नाम आरती श्रीवास्तव रखा गया। इसके बाद आरती का जयवीर से वैदिक विधि विधान से विवाह सम्पन्न हुआ। दोनों ने अग्नि के सामने 7 फेरे लिए और हिन्दू देवी-देवताओं की जयकार की। आरती बनी आसमीन ने इस मौके पर खुद को बेहद खुश बताया।
अपने विवाह के बाद आरती श्रीवास्तव उर्फ़ आसमीन ने बरेली पुलिस को पत्र भेज कर अपनी व अपने पति जयवीर की सुरक्षा की गुहार लगाई है। आसमीन को आशंका है कि उनके परिजन ऑनर किलिंग जैसी किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। बकौल आसमीन अपने मंसूबों में असफल होने के बाद उनके मामा सईद अहमद व जावेद उनकी ससुराल वालों को किसी झूठे मुकदमे में भी फँसा सकते हैं। इसी शिकायत में किसी सगीर और पूर्व प्रधान कमर का भी जिक्र है। ये सभी बरेली के अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।