राष्ट्रीय जनता दल के झारखंड, गिरिडीह उपाध्यक्ष कैलाश यादव को मंगलवार (25 अगस्त 2020) बेंगाबाद थाना क्षेत्र के मोतीलेदा गाँव में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। इसके अलावा उनके साथ मौजूद भाजपा नेता इंद्रलाल वर्मा (55) को पीट-पीट कर घायल कर दिया। इस घटना को लगभग दो दर्जन से ज्यादा हमलावरों ने अंजाम दिया। ख़बरों के मुताबिक़ ऐसा करने से पहले उन्होंने स्ट्रीट लाइट तक बंद कर दी थी।
कैलाश यादव राजद के जिला उपाध्यक्ष और सह मानवाधिकार सुरक्षा संघ के जिलाध्यक्ष भी थे। हमलावरों ने दोनों नेताओं पर पूरी तैयारी के साथ हमला किया था। उनके पास डंडे, रॉड और पत्थर भी मौजूद थे। राजद नेता कैलाश यादव की उपचार के लिए धनबाद स्थित अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई। वहीं भाजपा नेता इंद्रलाल वर्मा की स्थिति नाज़ुक बनी हुई है। गिरिडीह में उपचार कराने के बाद उन्हें भी धनबाद भेज दिया गया है। दोनों नेताओं पर यह हमला ठीक उस वक्त हुआ, जब वह बेंगाबाद थाने से एक ही बाइक पर वापसी जा रहे थे।
राजद नेता कैलाश यादव मोतीलेदा के टोला खैरान गाँव के रहने वाले थे। भाजपा नेता इन्द्रलाल वर्मा टोला बनगाँवा के रहने वाले हैं। जिस जगह पर यह घटना हुई, राजद नेता का घर वहाँ से लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
राजद नेता के छोटे भाई छोटेलाल यादव के मुताबिक़ वार्ड संख्या 16 की सदस्य हेमंती देवी के प्रतिनिधि जितेन्द्र वर्मा के साथ निलंबित मुखिया सुखदेव राय का विवाद हुआ था। जितेन्द्र वर्मा पर बालू की रॉयल्टी न देने का आरोप था। इसके बाद जितेन्द्र वर्मा के अनुरोध पर राजद नेता कैलाश यादव और भाजपा नेता इन्द्रलाल वर्मा समेत कई अन्य बेंगाबाद थाने मुखिया के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराने पहुँचे थे।
इसके बाद सभी अपनी अपनी गाड़ी से वापस घर की ओर लौट रहे थे। इस बीच घात लगाए मुखिया सुखदेव राय, पुत्र राजेश राय समेत अन्य 20-25 लोग बैठे थे। जैसे ही कैलाश यादव और इन्द्रलाल वर्मा वहाँ पहुँचे, तभी हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया। ख़बरों के मुताबिक़ हमलावरों की संख्या 20 से 25 के बीच थी। इन्होंने हमला करने से पहले मौके पर गोलीबारी भी की थी, जिससे पूरे इलाके में दहशत हो गई थी।
इसके चलते कोई भी स्थानीय घटना के दौरान अपने घर से बाहर नहीं निकला। यह घटना रात के लगभग 10 बजे की है। इसके अलावा हमलावर घटना को अंजाम देने के बाद मौके से पैदल ही निकल गए थे। हमलावर कैलाश यादव को घसीट कर कुछ दूरी पर ले गए और वहाँ उन्हें पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। घटना के लगभग आधे घंटे के बाद पुलिस को इसकी जानकारी मिली। पुलिस उन्हें लेकर अस्पताल जा रही थी, तभी उनकी मौत हो गई।
फिर बुधवार को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। राजद नेता की हत्या की ख़बर मिलते ही क्षेत्र में काफी भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने हमलावरों की गिरफ्तारी की माँग की। पुलिस का कहना है कि वह टेक्निकल सेल की मदद से हमलावरों तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने यह भी बताया कि हमले से पहले जितेन्द्र वर्मा ने चार के विरुद्ध बेंगाबाद थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत में सुखदेव राय को मुख्य आरोपी बनाया गया था। शिकायत में जितेन्द्र का यह भी कहना था कि उनका एक ट्रेक्टर है। और यह लोग नदी से बालू उठाने पर रंगदारी की माँग करते हैं। रंगदारी देने से मना करने पर उनके साथ पहले मारपीट की गई थी। रात को कैलाश यादव और इन्द्रलाल वर्मा समेत अन्य लोग इस मामले की शिकायत करके थाने लौट रहे थे। तभी उन पर 20-25 लोगों ने एक साथ मिल कर हमला कर दिया था।