उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में छात्रा मेहनाज ने अपने भाई सद्दाम और उसके दोस्त रिजवान के साथ मिलकर अपने प्रेमी सोनू की हत्या कर दी। इतना ही नहीं, हत्या प्रेमिका मेहनाज ने सोनू का सिर धड़ से अलग करवाकर अपने साथ झोले में भरकर ले गई थी और उसे फेंक कर आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने सिर के अवशेष बरामद करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
रामपुर की ITI की छात्रा मेहनाज ने पुलिस को बताया कि सोनू उसका पीछा नहीं छोड़ रहा था। इसके बाद उसने यह बात अपने भाई सद्दाम को बताई और उसकी हत्या की योजना बना ली। मेहनाज ने कहा, “उसका गला काटा, सिर धड़ से अलग किया और शरीर से कपड़े उतार दिए, ताकि उसकी पहचान न हो सके। उसका सिर मुरादाबाद से 2 किलोमीटर दूर सैफानी के डंपिंग ग्राउंड में पड़ा है।”
दरअसल, रामपुर के थाना सैफनी क्षेत्र में बैरूआ पुल के पास एक जंगल है। बुधवार (11 सितंबर) को यहाँ गन्ने के एक खेत में अज्ञात युवक की लाश मिली। धड़ पर सिर नहीं था। इसके साथ ही शव पर कपड़े भी नहीं थे। लोगों ने शव देखा तो इसकी जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुँच कर पुलिस धड़ को जब्त कर लिया और आसपास के इलाकों में सिर की तलाश करती है।
शव की शिनाख्त के लिए उसे मोर्चरी में रखवा दिया गया। इसके साथ ही आसपास के थानों में सूचना भेज दी गई कि कहीं कोई लड़का गुमशुदा तो नहीं। 12 सितंबर को सैफानी पुलिस को जानकारी मिली कि मुरादाबाद जिले के थाना बिलारी के गढी रुस्तमनगर सहसपुर गाँव का सोनू पुत्र साबिर 9 सितंबर से लापता है। पुलिस ने साबिर को बुलाकर शव दिखाया तो उसने उसकी पहचान अपने बेटे सोनू के रूप में की।
इसके बाद पुलिस ने साबिर से सोनू का मोबाइल नंबर लेकर उसका कॉल डिटेल निकाला तो 22 साल की मेहनाज के बारे में पुलिस को जानकारी मिली। पुलिस को पता चला कि थाना सैफानी के मजरा कस्बा की रहने वाली मेहनाज पुत्री इस्माइल ने अंतिम बार सोनू को फोन किया था। पुलिस ने सोनू के पिता से मेहनाज के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उनका बेटा अक्सर बताता था कि मेहनाज उसकी दोस्त है।
सोनू के अब्बू ने यह भी बताया कि बीच में दोनों की बातचीत बंद हो गई थी। इसके बाद सोनू के अब्बू साबिर ने शक जाहिर करते हुए मेहनाज और उसके घरवालों को नामजद करते हुए थाने में FIR लिखवा दी। इसके बाद पुलिस ने मेहनाज और उसके भाई सद्दाम को हिरासत में ले लिया। शुरुआत ना-नुकूर के बाद दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
सद्दाम ने बताया कि वह अपनी बहन को परेशान देखकर उससे पूछा तो मेहनाज बोली कि सोनू की हत्या कर दो। मेहनाज का कहना है कि सोनू के पास उसके कुछ फोटो थे और वह उन्हें वायरल करने की धमकी देकर उससे बुलाता रहता था। इसके कारण वह अपने प्रेमी सोनू से पीछा छुड़ाना चाहती थी और उसने यह बात सद्दाम को बताई।
पूछताछ में सद्दाम ने बताया है कि उसकी बहन मेहनाज ने सोनू को फोन करके बुलाया और गन्ने के खेत के पास ले गई। वहाँ पर उसका दोस्त रिजवान और उसकी बहन मेहनाज ने कपड़े से सोनू के पैर बाँध दिए। इसके बाद सद्दाम ने सोनू की गर्दन धड़ से अलग कर दिया। उसकी पहचान छुपाने के लिए उसके कपड़ों को भी दिया और शव गन्ने के खेत में फेंक दिया।
इसके बाद सद्दाम ने सोनू का कटा हुआ सिर एवं उसकी चप्पल तथा मोबाइल मेहनाज को दे दी। तीनों उसे प्लास्टिक के थैले में रखकर सैफनी के डम्पिंग ग्राउण्ड में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। तीनों ने अपने भी कपड़ों को जला दिया। हालाँकि, सोनू की बाइक पुल के निकट छोड़ ही छोड़ दी। इसके बाद वे अपने घर आ गए।