गोवा में वर्कशॉप के बहाने छात्रों को मस्जिद ले जाने वाले एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है। प्रिंसिपल पर छात्रों से मस्जिद में नमाज पढ़वाने और अन्य इस्लामी क्रियाकलाप करवाने का आरोप है। हिन्दू संगठनों का दावा है कि मस्जिद में हुए कार्यक्रम के पीछे प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) से जुड़ा एक संगठन था। शनिवार (9 सितंबर 2023) की इस घटना पर राज्य शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन से जवाब भी माँगा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला गोवा के वास्को शहर का है। सोमवार (11 सितंबर 2023) को यहाँ के केशव स्मृति हायर सेकेंडरी नाम के प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल शंकर गांवकर के खिलाफ विश्व हिन्दू परिषद (VHP) ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में बताया गया है कि शनिवार को शंकर गांवकर स्कूल के छात्रों को अपने साथ डबोलिन स्थित नूर मस्जिद में ले गया था। वहाँ एक इस्लामी संस्थान द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। आरोप है कि इस कार्यक्रम में छात्रों से न सिर्फ नमाज पढ़वाई गई, बल्कि छात्राओं पर हिजाब पहनने का भी दबाव दिया गया। हालाँकि छात्राओं ने इससे इनकार कर दिया।
शिकायत के अनुसार मस्जिद में हुए कार्यक्रम में कई मौलानाओं ने भाषण दिए थे। कार्यक्रम में लाए गए कुछ छात्रों की तादाद 22 बताई गई है। मस्जिद में हुए इस आयोजन में केशव स्मृति स्कूल के अलावा एक सरकारी स्कूल के भी छात्रों की मौजूदगी का भी दावा किया गया है। कार्यक्रम का नाम ‘मस्जिद ओपन फॉर ऑल’ (मस्जिद सबके लिए खुली है) दिया गया था। हिन्दू संगठनों ने इस कार्यक्रम का आयोजक PFI से जुड़ा एक संगठन को बताते हुए प्रिंसिपल शंकर गांवकर पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है।
मामला सामने आने के बाद शिक्षा निदेशालय के निदेशक शैलेश झिंगाडे के मुताबिक घटना को लेकर स्कूल प्रबंधन से स्पष्टीकरण माँगा है। स्कूल के प्रबंधक अध्यक्ष पांडुरंग कोरगानोकर के मुताबिक प्रिंसिपल शंकर गांवकर को सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने हिन्दू संगठनों से माफ़ी भी माँगी है और कहा है कि स्कूल की मानसिकता गलत नहीं थी। खुद पर लगे आरोपों पर निलंबित प्रिंसिपल शंकर गांवकर ने सफाई दी है। उन्होंने इसे सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया कदम बताया है।
इस कार्यक्रम का आयोजन स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसआईओ) से जुडी जमात-ए-इस्लामी हिंद ने किया। इस संगठन के गोवा अध्यक्ष आसिफ हुसैन ने बतया कि नूर मस्जिद में हुए उनके आयोजन में छात्र अपनी खुद की मर्जी से आते हैं। आसिफ के मुताबिक छात्रों को मस्जिद का वह हिस्सा दिखाया गया जहाँ नमाज़ होती है। बच्चों को मिठाइयाँ देने की बात मानते हुए आसिफ ने कहा कि किसी को जबरन इस्लामी कायदे पालन करवाने के आरोप निराधार हैं।