Sunday, December 22, 2024
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दीवार पर ‘बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम’ लिख बना दी खुली मस्जिद, 5 बार होने लगी नमाज: लोगों ने पूछा तो अफगान छात्र ने मारा थप्पड़, गुजरात यूनिवर्सिटी में बवाल

जाँच के दौरान पता चला है कि हाल ही में विदेशी छात्रों द्वारा एक दीवार और मंच का खुली मस्जिद के रूप में अवैध रूप से उपयोग किया जा रहा था। दीवार पर अरबी लिपि में 'बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम' लिखा हुआ था। यहाँ विदेशी मुस्लिमों छात्रों द्वारा समूहों में दिन में पाँच बार नमाज अता की जाती थी।

गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में शनिवार (16 मार्च) को विदेशी और स्थानीय छात्रों के बीच टकराव हो गया। इसके चलते ‘ए’ ब्लॉक के कमरा नंबर 23 में लैपटॉप, एसी यूनिट और अन्य सामान को नुकसान पहुँचा। इसके साथ ही बाहर पार्क किए गए वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। इसको लेकर छात्रावास के सुरक्षाकर्मियों की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

विश्वविद्यालय के छात्रावास में अफगानिस्तान, अफ्रीका, श्रीलंका और अन्य देशों के लगभग 300 विद्यार्थी रहते हैं। इनमें से 75 को ‘ए’ ब्लॉक में रखा गया है। 16 मार्च 2024 को इनमें से कुछ छात्र हॉस्टल के मैदान में खुली जगह पर नमाज पढ़ रहे थे। इसी दौरान लगभग 25 हिंदू छात्रों ने सवाल उठाया और किसी सार्वजनिक स्थान, मस्जिद और मदरसा में जाने के लिए कहा।

इसके जवाब में हारून अफगानी नाम का एक अफगान छात्र आगे बढ़कर एक हिंदू युवक को थप्पड़ मार दिया। देखते ही देखते यह विवाद झड़प में तब्दील हो गया। झड़प के दौरान पथराव किया गया और कमरों में तोड़फोड़ की गई। इस झड़प में कुछ छात्र घायल भी हुए हैं। घटना रात करीब 10 बजे की बताई जा रही है।

पुलिस ने बताया कि दो विदेशी छात्र – एक श्रीलंका से और दूसरा कजाकिस्तान से – विवाद में घायल हो गए हैं। सिटी पुलिस कमिश्नर ने बताया कि घटना के दस मिनट के भीतर कानून प्रवर्तन घटनास्थल पर पहुंँच गया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि निर्णायक थप्पड़ समेत झड़प को कैद करने वाले विभिन्न वीडियो फिलहाल जाँच के दायरे में हैं।

अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने कहा, ”गुजरात विश्वविद्यालय में लगभग 300 विदेशी छात्र पढ़ते हैं और लगभग 75 विदेशी छात्र ए ब्लॉक (छात्रावास) में रहते हैं। कल रात करीब साढ़े दस बजे छात्रों का एक समूह नमाज पढ़ रहा था। लगभग 20-25 लोग आए और उनसे पूछा कि वे यहाँ नमाज क्यों पढ़ रहे हैं, उन्हें मस्जिद में जाकर पढ़ना चाहिए। इसके बाद उनके बीच बहस छिड़ गई।”

उन्होंने कहा, “बहस झड़प में बदल गई, पथराव हुआ और बाहर से आए लोगों ने उनके कमरों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और 20-25 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एक व्यक्ति की पहचान कर ली गई है। कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है। दोनों छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”

जाँच के दौरान पता चला है कि हाल ही में विदेशी छात्रों द्वारा एक दीवार और मंच का खुली मस्जिद के रूप में अवैध रूप से उपयोग किया जा रहा था। दीवार पर अरबी लिपि में ‘बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम’ लिखा हुआ था। यहाँ विदेशी मुस्लिमों छात्रों द्वारा समूहों में दिन में पाँच बार नमाज अता की जाती थी।

कॉन्ग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने घटना में शामिल विदेशी मुस्लिम छात्रों को अपना समर्थन दिया है। ओवैसी ने विदेशी छात्रों के नजरिए से वीडियो साझा किया है, जिससे सांप्रदायिक माहौल गरमा गया है। कॉन्ग्रेस के पूर्व विधायक गयासुद्दीन शेख भी विदेशी मुस्लिम छात्रों के पक्ष में बोल चुके हैं।

घटना के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ एसीपी और डीसीपी स्तर के अधिकारी गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास पहुँचे। इसके अतिरिक्त, घटना की जाँच के लिए नौ जाँच टीमों का गठन किया गया है। गुजरात के गृह राज्यमंत्री ने इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सर्किट हाउस में पुलिस आयुक्त के साथ एक बैठक बुलाई।

छात्र संगठन ABVP ने कहा, “गुजरात विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के साथ कल देर रात हुई घटना पर एबीवीपी गुजरात सरकार और पुलिस से सख्त कार्रवाई की माँग करती है। कैंपस में इस तरह की घटनाएँ कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। हम विश्वविद्यालय प्रशासन से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की माँग करते हैं।”

बजरंग दल की गुजरात इकाई ने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट किया, “पहले गुजरात यूनिवर्सिटी में हुई घटना की सच्चाई देखनी चाहिए। कैडरों के साथ गार्ड (कैंपस का सुरक्षा गार्ड) भी थे और उन्होंने नमाजियों को सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने से रोकने का प्रयास किया। नमाजियों ने उग्र होकर हमला किया तो हिंदू समाज ने अपनी प्रतिक्रिया दी और आगे भी देते रहेंगे।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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