वन्दे भारत ट्रेन में यात्रियों के लैपटॉप, मोबाइल आदि चुराने वाले दो चोरों को रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने नई दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को हुई इस गिरफ़्तारी में आरोपितों के नाम पुलिस ने मीडिया को एज़ाज़ अहमद मलिक और सद्दाम हुसैन बताए हैं। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अंग्रेजी अख़बार में छपी खबर की फोटो ट्वीट कर जानकारी दी।
Installing CCTV Paying off: CCTV footage helps Government Railway Police in solving another theft case and arresting two men for stealing laptops, mobiles from train passengers. pic.twitter.com/e1E47dWE4k
— Piyush Goyal Office (@PiyushGoyalOffc) July 7, 2019
सीसीटीवी से हुए गिरफ़्तार, गोयल ने कहा, ‘पैसा वसूल’
रेल मंत्री ने खबर ट्वीट करते हुए साथ में यह टिप्पणी भी की कि कोच के अंदर सीसीटीवी लगाना काम आया। बता दें कि चोरों में से एक एज़ाज़ की शिनाख्त सीसीटीवी कैमरे से ही हुई। उसे सीसीटीवी फुटेज में एक शिकायतकर्ता का लैपटॉप बैग लेकर जाते हुए देखा गया था, जिसके बाद पुलिस ने अपने मुखबिरों में उसकी तस्वीर सर्कुलेट कर दी। जल्दी ही उसकी पहचान पुलिस को मिल गई।
एक कश्मीरी, एक जामा मस्जिद से
डिप्टी कमिश्नर (रेलवे) डीके गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए यह बताया कि जहाँ एज़ाज़ कश्मीर के पुलवामा से ताल्लुक रखता है, वहीं सद्दाम हुसैन केंद्रीय दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके का रहने वाला है। पकड़े जाने के बाद एज़ाज़ ने बताया कि उसने चुराए हुए लैपटॉप को सद्दाम को बेच दिया था। गुप्ता ने यह भी बताया कि उन्हें उक्त यात्री का लैपटॉप वन्दे भारत एक्सप्रेस से चोरी होने की शिकायत 20 मई को मिली थी। इसके अलावा शताब्दी एक्सप्रेस के एक यात्री की भी शिकायत मिली थी। सद्दाम और एज़ाज़ की निशानदेही पर तीन लैपटॉप और दो मोबाइल फ़ोन बरामद हुए। कुल सात लैपटॉप-मोबाइल चोरी के केस जीआरपी ने इन दोनों की गिरफ़्तारी से सुलझा लिए हैं।