गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (Gujarat ATS) ने खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर अहमदाबाद से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। अगले महीने होने वाली रथ यात्रा से पहले अहमदाबाद के नारोल से रविवार (21 मई 2023) को हुई गिरफ्तारी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। तीनों के संपर्क बांग्लादेश और पाकिस्तान से हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिरासत में लिए गए तीनों संदिग्ध बांग्लादेशी बताए जा रहे हैं। गुजरात एटीएस इस बात की जाँच कर रही है कि तीनों बांग्लादेशी संदिग्ध गुजरात कैसे आए और गुजरात पहुँचने के पीछे उनका वास्तविक उद्देश्य क्या था। एजेंसी पाकिस्तान के साथ इनके कनेक्शन की भी जाँच कर रही है।
IBનું એલર્ટ, ગુજરાત ATSની કાર્યવાહી
— News18Gujarati (@News18Guj) May 21, 2023
અમદાવાદના નારોલથી 3 શંકાસ્પદની અટકાયત#Gujarat #News18GujaratiNo1 #ahmedabad pic.twitter.com/qwj1sljNQj
नारोल और चंदोला झील क्षेत्रों में अवैध बांग्लादेशियों की एक बड़ी आबादी है। यही कारण है कि सुरक्षा एजेंसियों की इस इलाके पर हमेशा निगरानी रहती है। अब जब रथ यात्रा आ रही है तो खुफिया इनपुट मिलने के बाद एजेंसियाँ और सतर्क हो गई हैं। रिपोर्टों में कहा गया है कि ऑपरेशन को एटीएस द्वारा बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया था। इसमें अहमदाबाद पुलिस या किसी अन्य एजेंसी को शामिल नहीं किया गया था।
हिरासत में लिए गए तीनों संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। लेख के लिखे जाने तक, उनका नाम या अन्य पहचान सामने नहीं आई है। हालाँकि, रिपोर्ट से पता चलता है कि उनके पाकिस्तान और बांग्लादेश से संबंध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक ये तीनों बांग्लादेशी हैं। इस मामले में उनके करीबियों और आसपास रहने वाले लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।
भगवान की 146वीं रथ यात्रा 20 जून से शुरू होगी
भगवान जगन्नाथ की 146वीं रथ यात्रा अहमदाबाद में 20 जून 2023 से शुरू होगी। हर साल अहमदाबाद की इस प्रसिद्ध रथ यात्रा के आयोजन की तैयारी महीनों पहले से शुरू हो जाती है। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। यात्रा मार्ग पर पहले से ही सुरक्षा बढ़ा दी जाती है और पुलिस की कड़ी निगरानी में यात्रा शुरू होती है।
इस यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो, इसके लेकर महीनों पहले से सुरक्षा एजेंसियाँ चौकस हो जाती हैं। इस साल रथ यात्रा में 3डी मैपिंग और वर्चुअल रियलिटी प्रोजेक्ट्स का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इससे पुलिस को कंट्रोल रूम से तत्काल सूचना आसानी से मिल सकेगी और यात्रा को सुरक्षा प्रदान करने में भी काफी मदद मिलेगी।