गुजरात के अहमदाबाद के वासना इलाके में 3 मई, 2022 की तड़के सुबह कुछ बदमाश भगवान परशुराम की महाआरती की घोषणा वाले बैनर फाड़ते कैमरे में कैद हुए हैं। यहाँ तक कि भगवान परशुराम की तस्वीर पर भी लाठियों से हमला किया गया और उसे तोड़ दिया गया। इसके पास लगे करीब चार बैनर भी फाड़ दिए गए। पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
ऑपइंडिया से बात करते हुए श्री समस्त गुजरात ब्रह्मसमाज के अहमदाबाद जिले के अध्यक्ष हितेश त्रिवेदी ने कहा कि इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। त्रिवेदी ने कहा कि परशुराम जयंती के अवसर पर उन्होंने वासना के जीवराज पार्क के पास अंबाजी मंदिर में एक समारोह का आयोजन किया था। दोपहर करीब ढाई बजे सभी अपना काम खत्म कर घर चले गए। वहीं करीब साढ़े तीन बजे उन्हें फोन आया कि कुछ बदमाश पोस्टर फाड़ रहे हैं और तोड़फोड़ कर रहे हैं।
उपद्रवियों ने ‘भगवान श्री परशुराम चौक’ लिखे साइनबोर्ड को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसके चारों ओर लगे बैनर भी फाड़ दिए गए थे।
पुलिस ने मंगलवार सुबह करीब नौ बजे चार बदमाशों को गिरफ्तार किया। आरोपियों में एक नाबालिग भी है। त्रिवेदी ने ऑपइंडिया को सूचित किया कि भगवान परशुराम जन्मोत्सव के उत्सव के बाद, बदमाशों को वहाँ लाया जाएगा और सार्वजनिक रूप से माफी मँगवाई जाएगी।
हाल ही में, रामनवमी और हनुमान जयंती पर, हिंदुओं द्वारा निकाले गए जुलूस पर, ज्यादातर जगहों पर मुस्लिम भीड़ द्वारा हमले किए गए थे। वहीं ‘लिबरल’ मीडिया और इस्लामिक समर्थक हिंदुओं पर दोष मढ़ते नजर आए और उन पर ही जब जुलूस ‘मुस्लिम इलाकों’ से गुजर रहे थे तब जय श्री राम के ‘भड़काऊ नारे’ लगाने का आरोप लगाते रहे।
नोट: यह रिपोर्ट मूल रूप से गुजराती में प्रकाशित हुई। आप इसे यहाँ पढ़ सकते हैं।