Sunday, September 8, 2024
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‘दरगाह की वैधता का सबूत दो, वरना तोड़ेंगे’: नोटिस से भड़की भीड़ की पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल, पुलिस चौकी को भी तहस-नहस कर दिया

जिस दरगाह को लेकर भीड़ ने हिंसा की, वह जूनागढ़ में मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचों-बीच बनी है। इसे हटाने के लिए महानगरपालिका की ओर से सीनियर टाउन प्लानर ने एक नोटिस जारी किया था। नोटिस में कहा गया था कि यह धार्मिक स्थल अवैध तरीके से बनाया गया है।

गुजरात में एक अवैध दरगाह को हटाने को लेकर हिंसा हो गई है। सैकड़़ों की संख्या में जुटी भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस पथराव में DSP, महिला PSI सहित कई कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। पथराव के बाद भीड़ ने एक पुलिस चौकी पर हमला कर दिया और उसे तहस-नहस कर दिया।

जूनागढ़ के उपरकोट एक्सटेंशन में एक अवैध दरगाह स्थित है। इसको लेकर स्थानीय लोग अक्सर शिकायत करते थे। इसके बाद प्रशासन ने इसे हटाने के लिए दरगाह से संबंधित लोगों को नोटिस जारी किया था। नोटिस जारी से भड़की दंगाइयों की भीड़ ने शुक्रवार (16 जून 2023) की बवाल कर दिया।

हिंसक भीड़ ने पुलिसकर्मियों को निशाना बनाते हुए उन पर पथराव कर दिया। हमले में डिप्टी एसपी, महिला पीएसआई और एक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इसके बाद बाद भीड़ मजेवड़ी पुलिस चौकी पहुँची और उसमें जमकर तोड़फोड़ की और वाहनों को आग के हवाले कर दिया।

हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आसपास से अतिरिक्त बलों को बुलाया। इस दौरान आँसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद पुलिस हालात को नियंत्रित करने में सफल हो पाई। हालात काबू में है, लेकिन इलाके में भारी तनाव है। इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भीड़ शाम से ही जुटनी शुरू हो गई थी। रात 9 बजे तक दरगाह के पास 200-300 इकट्ठा हो गए। पुलिस ने इन लोगों को वहाँ से हटाने की कोशिश की तो भीड़ पुलिस पर पथराव करने लगी और हिंसक होकर पुलिस चौकी पर हमला कर दिया।

जिस दरगाह को लेकर भीड़ ने हिंसा की, वह जूनागढ़ में मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचों-बीच बनी है। इसे हटाने के लिए महानगरपालिका की ओर से सीनियर टाउन प्लानर ने एक नोटिस जारी किया था। नोटिस में कहा गया था कि यह धार्मिक स्थल अवैध तरीके से बनाया गया है।

महानगर पालिका ने पाँच दिन के अंदर इस दरगाह को हटाने अथवा इसके कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश करने के लिए कहा था। अधिकारियों ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो इसे तोड़ा जाएगा और तोड़ने का खर्च दरगाह को देना होगा। इस नोटिस को लगाने के लिए अधिकारी दरगाह के पास पहुँचे थे। इसको देख लोग हिंसक हो गए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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