गुजरात के सूरत के चौक बाजार इलाके में हेरिटेज कॉम्प्लेक्स के अंदर एक दरगाह/मजार के आसपास बने अवैध ढाँचे को अधिकारियों ने ध्वस्त कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, पिछले दिनों अधिकारियों को अतिक्रमण के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद इस पर कार्रवाई करते हुए बीते बुधवार (20 अप्रैल 2022) को अवैध ढाँचे को गिरा दिया गया।
ऑपइंडिया ने रविवार (24 अप्रैल) को बताया था कि चौक बाजार में सूरत हेरिटेज कॉम्प्लेक्स की इमारत में ‘मजार’ के आसपास एक अवैध ढाँचा खड़ा हो गया है। बताया जाता है कि मकबरा कुछ वर्षों से बना हुआ है, लेकिन आसपास का निर्माण हाल ही में किया गया था।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में नए सीमेंट के काम के साथ नए पत्थरों को देखा जा सकता है। इसमें वीडियो लेने वाले व्यक्ति ने कहा कि दरगाह के चारों ओर निर्माण रातोंरात हुआ था। शख्स ने बताया कि एक दिन पहले तक वहाँ पर यह निर्माण नहीं था। वीडियो में दिख रहे शख्स को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ”आज यहाँ कब्जा हुआ है, कल आपके घरों पर कब्जा होगा, तो सोच लीजिए क्या करना है।” उन्होंने बताया कि गैबन शाह वालिद की ‘दरगाह’ बनाई गई है।
सूत्रों के अनुसार, जब पुलिस से दरगाह के ब्योरे के लिए संपर्क किया गया तो भूस्वामी की तलाश शुरू हुई। पुलिस ने कहा कि स्वामित्व के रिकॉर्ड से पता चलता है कि जमीन तीन पक्षों की है। एक पक्ष सूरत नगर निगम है, एक पक्ष राज्य सरकार है और एक निजी पार्टी है। निजी मालिक कौन है, इसकी जाँच करने पर सूरत पुलिस के अधिकारी ने कहा कि यह 5-6 ट्रस्टियों वाला एक ट्रस्ट है। पुलिस ने कहा कि वे जमीन के मालिक के बारे में अधिक जानकारी के लिए सर्वेक्षण कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक घनीभाई देसाई, गोरधनभाई चोखावाला, यशवंतभाई शुक्ला, ईश्वरलाल देसाई, चुन्नीभाई भट्ट इसके ट्रस्टी हैं और आंशिक रूप से जमीन के मालिक हैं। मूल रूप से हेरिटेज कॉम्प्लेक्स की जमीन के तीन अलग-अलग मालिक हैं। इसका एक हिस्सा सूरत नगर निगम के पास है, कुछ हिस्सा गुजरात सरकार के पास है और कुछ हिस्सा ऊपर बताए गए ट्रस्ट के पास है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि दरगाह पर राज्य वक्फ बोर्ड ने दावा किया है या नहीं।