हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने गायों की रक्षा के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। यह टास्क फोर्स हर जिले में होगा। गो रक्षा दल के लोग भी इसका हिस्से होंगे। यह टास्क फोर्स गो तस्करी, गायों का वध रोकने, आवारा मवेशियों के पुनर्वास के लिए काम करेगा। इस टास्क फोर्स में राज्य के स्तर पर छह सदस्य होंगे। जिला स्तर पर 11 सदस्य होंगे।
जिला स्तर पर इस टास्क फोर्स के प्रमुख उपायुक्त होंगे। उनके अलावा सदस्यों में एसपी, एडीसी और पशुपालन विभाग के उपनिदेशक शामिल रहेंगे। इनका काम गोवंश की तस्करी और वध रोकना तथा तस्करी और वध के बारे में जानकारी एकत्र कर कानूनी कार्रवाई करना होगा। आवारा पशुओं को बचाकर उनके पुनर्वास की जिम्मेदारी भी होगी। साथ ही गोशालाओं के लिए भूमि व्यवस्था में भी सहायता प्रदान करेंगे।
हरियाणा सरकार अपने इस फैसले के जरिए ‘हरियाणा गोवंश संरक्षण और गोसंवर्धन अधिनियम-2015’ को प्रभावी ढंग से लागू करने की कोशिश करेगी। यह टास्क फोर्स आम जनता से भी पशु तस्करी और वध के संबंध में जानकारी एकत्र करेगी और जानकारियों के अनुसार ऐसी अवैध गतिविधियों पर त्वरित कार्रवाई करेगी। इन सबके अलावा तकरों से बचाए गए पशुओं का पुनर्वास कर राज्य की गोशालाओं/नंदीशालाओं को मजबूत करना होगा।
राज्य स्तर पर यह टास्क फोर्स में हरियाणा गो सेवा आयोग के अध्यक्ष के नेतृत्व में काम करेगी। विशेष सचिव (राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग), सचिव/विशेष सचिव (पशुपालन और डेयरी विभाग), अतिरिक्त महानिदेशक सहित छह सदस्य होंगे। समिति का कार्यकाल अधिसूचना की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए होगा और इसका मुख्यालय हरियाणा गोसेवा आयोग के कार्यालय पंचकुला में होगा। समिति की दो महीने में एक बार बैठक होगी, जिसमें प्रगति की समीक्षा की जाएगी।