हरियाणा कैडर की आईपीएस भारती अरोड़ा ने अपना संपूर्ण जीवन कृष्ण भक्ति को समर्पित करने का फैसला लेते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन किया है। इस फैसले के बाद 50 वर्षीय भारती अरोड़ा हरियाणा की ऐसी पहली महिला पुलिस अधिकारी बन गई हैं जिन्होंने वीआरएस के लिए अप्लाई किया।
भारती ने अपने वीआरएस के लिए अप्लाई करते हुए सरकार से तीन महीने के नोटिस पीरियड से भी छूट देने की गुजारिश की है। उनके आवेदन पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। कहा जा रहा है कि कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उनको समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
नियम के हिसाब से देखें तो उनकी नौकरी को अभी 10 साल बाकी है यानी 2031 में उनकी रिटायरमेंट होती। लेकिन वह पहले ही नौकरी छोड़ना चाहती हैं। उन्होंने अपनी नौकरी को 23 साल दिए। 1998 बैच की आइपीएस भारती अरोड़ा ने 7 सितंबर 1998 को सेवा शुरू की थी और उनकी सेवानिवृत्ति 31 मार्च 2031को निर्धारित है।
उनकी शादी हरियाणा कैडर के ही आईपीएस विकास अरोड़ा से हुई है। साल 2007 में 18 फरवरी को जो अटारी जाती समझौता एक्सप्रेस में बम ब्लास्ट हुआ था, उसमें जाँच के दौरान उनकी अहम भूमिका थी। वह उस समय हरियाणा राजकीय रेलवे पुलिस में एसपी थीं। इसके अलावा वह जहाँ-जहाँ एसपी या आइजी रहीं उनकी कार्यशैली प्रभावित करने वाली थी। हाल ही में प्रदेश में अवैध रूप से लोगों को विदेश भेजने के मामले की जाँच को भी उन्होंने अंजाम दिया।
अपने 23 साल के करियर में उन्होंने राजकीय रेलवे पुलिस में एसपी, अंबाला एसपी, कुरुक्षेत्र एसपी, राई स्पोर्ट्स कांप्लेस में प्रिंसिपल, करनाल रेंज में आइजी के तौर पर सेवा दी। मगर 24 जुलाई अचानक उन्होंने डीजीपी को पत्र लिखकर अपनी इच्छा जाहिर की। अपने पत्र में उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा उनके लिए गर्व और जुनून की तरह रहा। मगर अब आगे की जिंदगी वह धार्मिक तरीके से बिताना चाहती हैं। वह चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास और मीराबाई की तरह प्रभु श्रीकृष्ण की साधना करना चाहती हैं।
उनके वीआरएस को लेकर गृहमंत्री अनिल विज ने पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अंबाला रेंज की आइजी भारती अरोड़ा ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। नियमों के अनुसार जो भी औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं, उन्हें पूरा किया जा रहा है।