हरियाणा के रेलवे पुलिस में तैनात सब इंस्पेक्टर अफसर अली पर अपनी बीवी की हत्या करवाने का आरोप है। मौत के समय सब इंस्पेक्टर की बीवी नज़मा 5 माह की गर्भवती थी। यह घटना हरियाणा के यमुनानगर की है। आरोपित की गिरफ्तारी 16 अक्टूबर 2021 (शनिवार) को की गई है।
आरोपित की गिरफ्तारी की पुष्टि यमुनानगर पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से की है। पुलिस ने लिखा है – “जिला की अपराध शाखा-1 की टीम को मिली बड़ी कामयाबी। 5 महीने की गर्भवती पत्नी की योजनाबद्ध तरीके से हत्या करवाने वाला रेलवे पुलिस में तैनात उपनिरीक्षक गिरफ्तार। जिसकी पहचान मुरादाबाद के गाँव जफराबाद वासी अफसर अली के रूप में हुई।”
जिला की अपराध शाखा-1 की टीम को मिली बड़ी कामयाबी। 5 महीने की गर्भवती पत्नी की योजनाबद्ध तरीके से हत्या करवाने वाला रेलवे पुलिस में तैनात उपनिरीक्षक गिरफ्तार।जिसकी पहचान मुरादाबाद के गांव जफराबाद वासी अफसर अली के रूप में हुई@police_haryana @DGPHaryana @AmbalaIgp @nsvirk @toi pic.twitter.com/TaH3w18nlb
— Yamunanagar Police (@PoliceYnr) October 16, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आरोपित अफसर अली उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला था और नज़मा उत्तर प्रदेश के ही बरेली में रहती थी। रेलवे पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर तैनात अफसर अली की मृतका नज़मा से पहली बार फेसबुक पर जान-पहचान हुई थी। कुछ समय बाद दोनों की मुलाक़ात भी होने लगी। जल्द ही दोनों में संबंध भी बन गए। इसके बाद अफसर अली नज़मा से पीछा छुड़ाने की कोशिश करने लगा।
नज़मा पुलिस में शिकायत न करे, इसके चलते अफसर अली ने मजबूरन उससे निकाह किया। दोनों का निकाह 2019 में हुआ। शुरू में अफसर अली नज़मा तो तीन तलाक दे कर पीछा छुड़ाने के चक्कर में था। इसी बीच तीन तलाक क़ानून आ जाने के कारण वो अपने इस इरादे में सफल नहीं हो पाया।
कुछ समय बाद ही अफ़सर अली नज़मा को प्रताड़ित करने लगा। धीरे धीरे दोनों के बीच मनमुटाव हो गया। लगातार प्रताड़ना के बाद नजमा के परिजनों ने अफसर अली की शिकायत महिला थाने में की। अफसर अली ने बात को न बढ़ाते हुए समझौता कर लिया। इस के बाद अफसर अली नजमा को लेकर पृथ्वी नगर फरकपुर में रहने लग गया था।
मृतका नजमा के भाई मोहम्मद इदरीश ने मीडिया से बात की। उसने बताया, “शादी के बाद से ही अफसर अली दहेज की माँग करने लगा था। उसे मकान बेच कर 12 लाख रुपये दिए भी गए गए थे। इस बीच वो दूसरी शादी करना चाह रहा था। दूसरी शादी में उसको 50 लाख रुपए मिलने थे। इसी के साथ वो नज़मा की शिकायत के बाद इंस्पेक्टर पद से डिमोट कर के सब इंस्पेक्टर बना दिया गया था। इसी वजह से उसने मेरी बहन को मार डाला।”
नज़मा की हत्या के लिए अफसर अली ने पूरी तैयारी की। उसने पूरी सोची-समझी घटना को दुर्घटना का रुप देने की कोशिश की। अपनी योजना में उसने अपने चचेरे भाई को भी शामिल कर लिया। योजना को अंजाम देने के लिए अफसर अली ने नज़मा को बाहर घुमाने ले जाने के लिए तैयार किया। बाहर पहले से ही तैयार उसके चचेरे भाई ने स्कॉर्पियो गाड़ी नज़मा पर चढ़ा दी। बुरी तरह से घायल नज़मा को अस्पताल ले जाया गया। वहाँ पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
यमुनानगर पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने इस मामले की जाँच क्राइम ब्राँच को सौंपी। क्राइम ब्राँच ने मामले को सुलझाते हुए खुलासा कर दिया और मुख्य आरोपी सब इंस्पेक्टर अफसर अली को गिरफ्तार कर लिया। इस खुलासे की सबसे बड़ी कड़ी वो वाहन बना, जिस से नज़मा को ठोकर मारी गई। वह वाहन आरोपित अफसर अली के गाँव की ही निकली।
आखिरकार आरोपित सब इंस्पेक्टर ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस आरोपित सब इंस्पेक्टर का अदालत से रिमांड लेगी। पुलिस के अनुसार इस केस से जुड़े अन्य आरोपितों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।