दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के बाद अब हरियाणा में जातिसूचक नारे लिखे गए हैं। इन नारों के साथ खालिस्तान का भी समर्थन किया गया है। अराजक तत्वों ने देश विरोधी नारों के साथ ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे हैं। इस मामले में सिख फॉर जस्टिस (SJF) के आतंकी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल, हरियाणा के सिरसा जिले के डबवाली उपमंडल में डॉ बीआर अंबेडकर कॉलेज है। इस कॉलेज की बाहरी दीवारों पर 6 जगह ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लिखे मिले। इसके साथ ही लिखा था, ‘ब्राह्मणों पंजाब-हरियाणा छोड़ो’। सन 1984 के सिख दंगों के लिए ब्राह्मणों को जिम्मेदार ठहराया गया था।
इस तरह के नारे लिखे होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुँची और इन्हें मिटवाया। स्थानीय पुलिस ने सिख फॉर जस्टिस के आतंकी और खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) और अज्ञात के खिलाफ देशद्रोह एवं साजिश रचने का मामला दर्ज किया है।
पुलिस का मानना है कि इस घटना को 6 या 7 दिसंबर 2022 की रात को अंजाम दिया गया है। दरअसल, गुरपतवंत ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दिवार पर लिखे इन नारों को दिखाया गया है। वीडियो में पन्नू ने हरियाणा को पंजाब का हिस्सा बताकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को चुनौती दी और मेलबर्न में 29 जनवरी 2023 को वोटिंग की बात भी कही।
पुलिस का कहना है कि कई संदिग्ध लोगों के फोन नंबर ट्रैस किए जा रहे हैं। इसके साथ ही कॉलेज के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी जाँच की जा रही है। बता दें कि इससे पहले खालिस्तान समर्थक नारे लगाए जाने की कई घटनाएँ सामने आ चुकी हैं, लेकिन आतंकी द्वारा जातिसूचक नारे की यह अपने आप में संभवत: पहली घटना है।
बता दें कि इससे पहले JNU परिसर में कई जगह जातिसूचक नारे लिखे गए थे। विश्वविद्यालय परिसर के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज- II भवन की दीवारों पर ब्राह्मण और वैश्य समुदायों के खिलाफ नारे लिखे गए थे।
एक जगह लिखा था ‘ब्राह्मण-बनिया, हम आ रहे हैं बदला लेने’। एक जगह लिखा था ‘ब्राह्मण परिसर छोड़ो, ब्राह्मण भारत छोड़ो’। वहीं, एक जगह ‘अब खून बहेगा’ लिखा हुआ था। इसके साथ ही तीन प्रोफसरों के चैंबर के गेट पर ‘शाखा में जाओ’ लिखा गया था।